L&T: चंद्रयान मिशन-3 में महत्वपूर्ण भूमिका मिभाने वाली इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टुब्रो (एलएंडटी) के मुनाफे में जबरदस्त इजाफा हुआ है. कंपनी ने 30 जून 2024 में समाप्त होने वाली तिमाही में 2,786 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही में 2,493 करोड़ रुपये की तुलना में 12 प्रतिशत अधिक है. हालांकि जानकारों का मानना है कि कंपनी ने उतना प्राॅफिट नहीं कमाया है जितनी उम्मदी थी.
24 जुलाई को एलएंडटी के शेयर 0.45 प्रतिशत गिरकर 3,522 रुपये पर बंद हुए. परिचालन से राजस्व वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 15 प्रतिशत बढ़कर 55,120 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 47,882 करोड़ रुपये था.
कितना बढ़ा नेट प्राॅफिट ?
एलएंडटी का शुद्ध लाभ बाजार की उम्मीदों से थोड़ा कम रहा, जबकि इसका राजस्व बाजार के अनुमान से कहीं ज़्यादा था. मनीकंट्रोल पोल के अनुसार, एलएंडटी का शुद्ध लाभ सालाना आधार पर 15 प्रतिशत बढ़कर 2,876 करोड़ रुपये होने की उम्मीद थी. राजस्व सालाना आधार पर 9.6 प्रतिशत बढ़कर 52,518 करोड़ रुपये हो गया.
किस ऑर्डर में हुआ इजाफा ?
कंपनी ने कहा कि 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही के लिए ऑर्डर फ्लो 70,936 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 8 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है, जिसका कारण मध्य पूर्व के देशों से ऑर्डरिंग में आई तेज़ी है. अंतर्राष्ट्रीय ऑर्डर 32,598 करोड़ रुपये थे, जो कुल ऑर्डर फ्लो का 46 प्रतिशत था. एलएंडटी ने कहा कि 30 जून, 2024 तक समूह की समेकित ऑर्डर बुक 4,90,881 करोड़ रुपये थी, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय ऑर्डर की हिस्सेदारी 38 प्रतिशत थी.
कंपनी ने पहली तिमाही में समूह स्तर पर कुल ₹70,936 करोड़ के ऑर्डर प्राप्त किए, जो मध्य पूर्व में मजबूत ऑर्डरिंग गतिविधि द्वारा संचालित, वर्ष-दर-वर्ष 8 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है. तिमाही के दौरान, ऑफशोर हाइड्रोकार्बन बिजनेस, रिन्यूएबल एनरजी, ट्रांसमिशन और वितरण, सड़क, परमाणु ऊर्जा, हाइडल और सुरंग, लौह धातु, स्वास्थ्य और प्रीसिजन इंजीनियरिंग जैसे कई सेक्टर्स से ऑर्डर प्राप्त हुए. तिमाही के दौरान ₹32,598 करोड़ के अंतर्राष्ट्रीय ऑर्डर कुल ऑर्डर फ्लो का 46 प्रतिशत रहा.