ISRO SSLV-D3 Launch: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO ) ने आज आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से SSLV-D3/EOS-08 मिशन की तीसरी और अंतिम विकासात्मक उड़ान का सफल प्रक्षेपण किया है। यह मिशन लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (SSLV) की विकास यात्रा का आखरी चरण था। जानकारी के लिए बता दें कि इसे पहले ISRO ने फरवरी में इस मिशन का सफल प्रक्षेपण किया गया था।
SSLV (Small Satellite Launch Vehicle) ISRO द्वारा विकसित एक ऐसा प्रक्षेपण यान है जो छोटे उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजने के लिए बनाया गया है। इस मिशन की सफलता के साथ ही SSLV की विकास परियोजना पूरी हो गई है। यह इस साल इसरो का तीसरा मिशन है, जो संगठन की निरंतर प्रगति और अंतरिक्ष में आत्मनिर्भरता के लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
ISRO ने 16 अगस्त 2024 की सुबह सुबह 9:17 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से SSLV-D3 रॉकेट की सफल लॉन्चिंग की। इस रॉकेट के अंदर नया अर्थ ऑब्जरवेशन सैटेलाइट EOS-8 लॉन्च किया गया। इसके अलावा एक छोटा सैटेलाइट SR-0 DEMOSAT भी पैसेंजर सैटेलाइट की तरह छोड़ा गया। दोनों ही सैटेलाइट्स धरती से 475 km की ऊंचाई पर एक गोलाकार ऑर्बिट में तैनात कर दिए गए हैं।
इसरो के मुताबिक, EOS-08 मिशन के प्राथमिक उद्देश्यों में एक सूक्ष्म-उपग्रह का डिजाइन और उसका विकास करना, सूक्ष्म-उपग्रह बस के साथ संगत पेलोड उपकरणों का निर्माण करना और भविष्य के परिचालन उपग्रहों के लिए आवश्यक नई प्रौद्योगिकियों को जोड़ना शामिल है।
जैसे कि आप सभी को पता है कि पहले ये प्रक्षेपण 15 अगस्त को होना था।लेकिन बाद में इसे एक दिन बढ़ा दिया था। इसरो ने प्रक्षेपण एक दिन बाद करने की कोई वजह नहीं बताई थी। एजेंसी ने सोशल मीडिया हैंडल ‘एक्स’ पर लिखा कि SSLV-D3/EOS-08 मिशन: एसएसएलवी की तीसरी विकासात्मक उड़ान का प्रक्षेपण 16 अगस्त, 2024 को एक घंटे की ‘लॉन्च विंडो’ में भारतीय समयानुसार सुबह नौ बज कर 17 मिनट पर शुरू होने वाला है।”