Modi in Ukraine: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों पोलैंड और यूक्रेन के दौरे पर हैं। जानकारी के मुताबिक, पोलैंड की यात्रा खत्म कर आज वे ट्रेन से 10 घंटे का सफर करके यूक्रेन पहुंचेंगे। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार की सुबह करीब 7 घंटे यूक्रेन की राजधानी कीव में ही बिताएंगे अपनी इस यात्रा के दौरान PM MODI यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के साथ बातचीत भी करेंगे। इस वार्ता में यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर भी चर्चा होगी।
दरअसल, करीब तीन दशक पहले दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। इस दौरे पर पूरी दुनिया की नजर टिकी हुई है। अमेरिका ने PM MODI की यूक्रेन यात्रा को अहम करार दिया है।
किसी भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सकता–PM MODI
इससे पहले, PM MODI ने पोलैंड में यह बात कही कि युद्ध के मैदान पर समाधान खोजने के बजाय संवाद और कूटनीति को अपनाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भारत यूक्रेन और पश्चिम एशिया में शांति प्रयासों का समर्थन करने के लिए पूरी तरह तैयार है। PM MODI ने जोर देकर कहा कि भारत मित्र देशों के साथ मिलकर यूक्रेन और पश्चिम एशिया में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली के लिए हर संभव सहायता प्रदान करने को तैयार है, क्योंकि युद्ध के मैदान पर किसी भी समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सकता। वारसॉ में अपने पोलिश समकक्ष डोनाल्ड टस्क के साथ वार्ता के बाद मीडिया से बातचीत में PM MODI ने कहा कि यूक्रेन और पश्चिम एशिया में जारी संघर्ष हम सभी के लिए गहरी चिंता का विषय है।
PM MODI की यात्रा क्यों मानी जा रही है ऐतिहासिक ?
आप सभी को बता दें कि PM MODI की यह यात्रा ऐतिहासिक मानी जा रही है। भारत और यूक्रेन के बीच 1992 में राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला दौरा है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के समय में पूरी दुनिया की निगाहें PM MODI के इस दौरे पर टिकी हुई हैं। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख ने आशा व्यक्त की है कि PM MODI की यूक्रेन यात्रा से युद्ध समाप्त करने में मदद मिलेगी। संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने पीएम मोदी के इस दौरे के बारे में कहा कि हमने कई राष्ट्राध्यक्षों और सरकार प्रमुखों को इस क्षेत्र की यात्रा करते देखा है, और हमें उम्मीद है कि ये सभी यात्राएं महासभा के प्रस्तावों, अंतर्राष्ट्रीय कानून और क्षेत्रीय अखंडता के अनुरूप संघर्ष के अंत के बेहद पास ले जाएंगी।
क्या हैं यात्रा का शेड्यूल ?
PM MODI गुरुवार पोलैंड से 22 अगस्त को यूक्रेन के लिए रवाना हुए। ट्रेन में करीब 10 घंटे का सफर बिताने के बाद आज वह कीव पहुचेंगे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के कार्यालय के अनुसार, 23 अगस्त को यूक्रेन के राष्ट्रीय ध्वज दिवस पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन की आधिकारिक यात्रा करेंगे। यात्रा के समय विशेष रूप से पीएम मोदी की यूक्रेनी राष्ट्रपति के साथ वार्ता होगी, जिसमें वे द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। बयान के अनुसार, यूक्रेन और भारत के बीच कई दस्तावेजों पर हस्ताक्षर होने की भी उम्मीद है। प्रधानमंत्री यात्रा के दौरान छात्रों सहित भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करेंगे।
कार्यक्रमों में कई द्विपक्षीय संबंधों के कई पहलू शामिल–
कीव में प्रधानमंत्री के कार्यक्रमों में कई द्विपक्षीय संबंधों के कई पहलू शामिल होंगे। दौरे से पहले पीएम मोदी ने अपने एक बयान में कहा था कि वह द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और जारी यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ पिछली बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘एक मित्र और साझेदार के रूप में, हम इस क्षेत्र में शीघ्र ही शांति और स्थिरता की वापसी की आशा करते हैं।’
वहीं, विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) तन्मय लाल ने ब्रीफिंग के दौरान बताया कि भारत ने हमेशा यूक्रेन में संघर्ष को हल करने के लिए कूटनीति और बातचीत की वकालत की है। तन्मय ने कहा कि यूक्रेन में चल रहा संघर्ष चर्चा का हिस्सा होगा। कृषि, बुनियादी ढांचा, फार्मास्यूटिकल्स, स्वास्थ्य और शिक्षा, रक्षा और लोगों के बीच संबंध से मुद्दे वार्ता का हिस्सा होंगे। ऐसी जानकारी थी कि संघर्ष के बाद यूक्रेन के पुनर्निर्माण में भारत मदद करना चाहता है। इससे जुड़े सवाल पर तन्मय लाल ने कहा कि भारत न केवल संघर्ष का शांतिपूर्ण हल खोजने के लिए, बल्कि पुनर्निर्माण प्रक्रिया में भी सभी आवश्यक समर्थन और योगदान देने को तैयार है।