Akola: महाराष्ट्र में गणेश चतुर्थी का त्योहार बहुत धूमधाम के साथ मनाया जाता है। इस पर्व को लेकर लोगों के बीच अगल सा ही उत्साह देखने को मिलता है।लेकिन विसर्जन को लेकर एक ऐसा मामला सामने आ रहा है जहां पर अकोला में धार्मिक शोभायात्रा के दौरान 18 सितंबर की शाम को माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया था। जानते हैं पूरा मामला…
बता दें कि इस शोभायात्रा के दौरान असामाजिक तत्वों ने अकोला के नंदीपेठ में पथराव किया जिससे वहां ड्यूटी पर तैनात कुछ अधिकारी और स्थानीय लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि ऐसी घटना शाम 4 से 4।30 बजे के बीच हुई है।
Akola: 68 लोगों को लिया गया हिरासत में
अकोला में पथराव और हिंसा की सूचना मिलते ही पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और स्थिति को नियंत्रित किया। पथराव में शामिल 68 लोगों को हिरासत में लिया गया, और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की जा रही है। फिलहाल, अकोला में शांति बहाल कर दी गई है और पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके।
पुलिस ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे किसी भी अफवाह पर विश्वास न करें और शांति बनाए रखें। प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है और हरसंभव कदम उठाए जा रहे हैं ताकि भविष्य में किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।
महाराष्ट्र के अकोला जिले के अकोट शहर में गणपति विसर्जन शोभायात्रा के दौरान कुछ देर के लिए स्थिति बेहद ख़राब हो गयी थी। नंदीपेठ इलाके में एक धर्मस्थल के पास से गुजर रही गणपति शोभायात्रा पर दूसरे समुदाय द्वारा 5 मिनट तक पथराव किए जाने की घटना सामने आई। इस घटना के वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
Akola: पुलिस ने स्थिति को किया नियंत्रण में
अकोला में शोभायात्रा के दौरान दोनों समुदायों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब वे आमने-सामने आ गए। इस घटना के बाद कुछ समय के लिए शोभायात्रा को रोक दिया गया था। हालांकि, पुलिस ने तुरंत हस्तक्षेप किया और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
अकोला के एसीपी अनमोल मित्तल के अनुसार, थोड़े समय के लिए पथराव हुआ था, लेकिन पुलिस की त्वरित कार्रवाई के चलते तनाव को शांत कर दिया गया और शोभायात्रा फिर से शुरू करवाई गई। पुलिस की सक्रियता और तत्परता के कारण हालात को जल्द ही काबू में कर लिया गया, और अब क्षेत्र में शांति बनी हुई है।
Akola: इलाकों में कड़ी की गई सुरक्षा
अकोट शहर के नंदीपेठ इलाके में शाम चार बजे हुई इस घटना ने कुछ समय के लिए तनाव पैदा कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त बल बुलाया। पुलिस ने पथराव करने के आरोप में 68 लोगों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है। इस दौरान घायल हुए लोगों को ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया, और संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
अच्छी बात यह है कि पुलिस की त्वरित और सक्रिय कार्रवाई ने स्थिति को और बिगड़ने से रोक दिया। इससे साफ जाहिर होता है कि जब सभी मिलकर शांति बनाए रखते हैं, तो किसी भी चुनौती का सफलतापूर्वक सामना किया जा सकता है। उम्मीद है कि हालात जल्द ही पूरी तरह सामान्य हो जाएंगे।