उत्तराखंड। दिल्ली के बुराड़ी में बन रहे केदारनाथ के नाम से मंदिर को लेकर पिछले कई दिनों से चल रहे विवाद को लेकर राज्य सरकार ने हस्ताक्षेप किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा केदार सबकी आस्था के प्रतीक हैं। दुनिया में कहीं भी दूसरा केदारनाथ धाम नहीं हो सकता। इसको लेकर सीएम धामी ने बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष को जरूरी दिशा-निर्देश दिए हैं।
दरअसल, दिल्ली में बन रहे नए मंदिर के प्रबंधन को लेकर चदे के लिए क्यूआर कोड जारी किया था। जिसके बाद सभी तरफ इसका विरोध शुरू हो गया।बता दें, केदारघाटी में भी कई दिनों से धरना-प्रदर्शन किया जा रहा है। जिसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने इस मामले में हस्तक्षेप किया है। उन्होंने कहा कि बाबा केदार सबकी आस्था के प्रतीक हैं। दुनिया में कहीं भी दूसरा केदारनाथ धाम नहीं हो सकता।
सीएम धामी ने कही बड़ी बात
उन्होंने यह भी कहा कि बाबा केदारनाथ के किसी भी नाम से कोई भी मंदिर बन जाए, तो उससे धाम की महिमा पर कोई असर नहीं पड़ सकता। फिर भी चूंकि यह आस्था से जुड़ा मामला है, इसलिए मैंने बीकेटीसी से संबंधित लोगों से वार्ता कर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है। वहीं, बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि इस मामले में सीएम धामी के दिशा-निर्देश मिले हैं। कानूनी सलाह ली जा रही है। बदरी-केदारनाथ के नाम या फाेटो का दुरुपयोग करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।
सरकार ने बीकेटीसी को दिया सख्त निर्देश
बाबा केदार हम सबकी आस्था के प्रतीक हैं। उत्तराखंड के अलावा पूरे देश-दुनिया में कहीं भी केदारनाथ धाम नहीं हो सकता है। भगवान शंकर के सभी रूपों की पूजा करने का अधिकार सभी को है, इसलिए प्रभु के किसी भी नाम को लेकर कोई मंदिर बन जाए तो उससे धाम की महिमा पर कोई असर नहीं पड़ सकता, फिर भी चूंकि यह आस्था का मामला है, इसलिए बीकेटीसी से संबंधित लोगों से वार्ता कर स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा है।
मंदिर का निर्माण धार्मिक परंपरा के बिल्कुल विपरीत
मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने कहा कि दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का निर्माण धार्मिक परंपरा के बिल्कुल अगल है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मंदिर का निर्माण सनातन परंपराओं के खिलाफ जाकर किया जा रहा है। बाबा का वास हिमालय में है और आप उस नाम का दुरुपयोग न करें इस प्रकार के कार्य को शीघ्र बंद किया जाए।
तीर्थ पुरोहितों ने सरकार को दी ईंट से ईंट बजा देनें की धमकी
वहीं, तीर्थ पुरोहितों ने कहा कि अगर सरकार ने तीर्थ पुरोहितों की बात नहीं मानी तो, सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएँगी। पुरोहितों ने सरकार को ललकारते हुए कहा कि हम सरकार बनाना जानते हैं तो सरकार को उखाड़ना भी जानते हैं उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम से शिला ले जाकर दिल्ली में स्थापित करके सीएम धामी ने केदारनाथ धाम की परंपरा के साथ खिलवाड़ किया है।