UPA Vs BJP: गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्यसभा में आतंकवाद पर लेकर यह बयान दिया कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी या तो जेल जाएंगे या फिर जहन्नुम बुधवार को उन्होंने राज्यसभा में कहा कि, मोदी सरकार आतंकवाद को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगी। गृह राज्य मंत्री ने यह बयान कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के सवाल का जवाब देते हुए दिया। उन्होंने बताया कि यूपीए और मोदी सरकार में से किसकी सत्ता में सबसे ज्यादा आतंकी घटनाएं हुईं और इससे मौते हुईं।
नित्यानंद राय ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में 28 आतंकवादी मारे गए हैं और कुछ सुरक्षाकर्मियों की जान भी गई है, जो बेहद दुःख की बात है। चलिए आपको बताते है कि UPA और मोदी सरकार में से किसकी सत्ता में सबसे ज्यादा आतंकी हमले हुए, कितने जवान और आम लोगों की मृत्यु हुई ।
सबसे ज्यादा आतंकी हमले कब हुए-
बता दें कि, राज्यसभा में कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी के सवाल का जवाब देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि 2004 से 2014 के बीच केंद्र में यूपीए सरकार थी। इन 10 सालों में जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने आतंकवाद की 7,217 घटनाओं को अंजाम दिया।
वहीं साल 2014 से 21 जुलाई 2024 के बीच जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाएं घटकर 2,259 रह गईं। यूपीए के मुकाबले मोदी सरकार में आतंकी घटनाओं में 68 फीसदी की कमी आई। उन्होंने कहा, मोदी सरकार में आतंकी घटनाएं घटी हैं। जम्मू-कश्मीर में लोग अब शांतिपूर्ण माहौल में रह रहे हैं और उन्हें सुरक्षा की पूरी गारंटी दी गई है।
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने क्या कहा?
गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने सदन में कहा कि 2004 से 2014 के बीच आतंकवाद के कारण यूपीए सरकार में 2,829 नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की जाने गईं। वहीं, मोदी सरकार में 2014 के बाद से 21 जुलाई, 2024 तक, इस संख्या में 67 प्रतिशत की कमी आई है। इसके अलावा आतंकी घटनाओं में भी बहुत कमी आई है।
हाल में जम्मू-कश्मीर में आतंकियों ने सेना के कैंप को निशाना बताया । राजौरी में आतंकवादियों ने सेना के कैंप पर हमला किया जिसे सुरक्षाबलों ने नाकाम किया। इस घटना में सेना का एक जवान घायल हो गया। आतंकियों ने राजौरी के सुदूर गांव में स्थित सेना के कैंप को निशाना बनाते हुए फायरिंग की थी। सुरक्षा बलों ने यह मोर्चा संभाला और आतंकियों की कोशिश पर पानी फेर दिया।
सरकार ने कितना बढ़ाया रक्षा बजट-
देश की सुरक्षा को पर नज़र रखते हुए मंगलवार को पेश हुए बजट में डिफेंस सेक्टर के लिए 6.2 लाख करोड़ रुपए दिए गए। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले 3.4 फीसदी अधिक है।जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने पिछले साल डिफेंस सेक्टर के लिए 5.93 लाख करोड़ वितरित किए गये थे। सरकार 6 लाख 21 हजार 940 करोड़ रुपए डिफेंस सेक्टर को मजबूत करने के साथ-साथ आत्मनिर्भर बनाने की कोशिश करेगी। केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि आतंकवाद को लेकर उनका नजरिया जीरो टॉलरेंस का है।