Ekadashi 2024: सावन माह की पहली एकादशी, जिसे कामिका एकादशी या पवित्रा एकादशी भी कहा जाता है, धार्मिक आस्थाओं में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। इस दिन विशेष रूप से तुलसी पूजा का महत्व है, लेकिन कुछ बातें हैं जिनका ध्यान रखना आवश्यक है। तुलसी से जुड़ी कुछ सामान्य गलतियों से बचना चाहिए जैसे कि तुलसी के पौधे की पूजा में सावधानी, तुलसी के पत्तों को बिना स्नान के चूड़ियों से तोड़ना, या तुलसी के पौधे के पास कूड़ा-कर्कट इकट्ठा करना।
इन सभी गलतियों से बचकर और ध्यानपूर्वक पूजा करके भक्त इस एकादशी का पूरा लाभ प्राप्त कर सकते हैं। तुलसी को हमेशा साफ-सुथरे और पवित्र वातावरण में रखें, और उसकी पूजा विधिपूर्वक करें ताकि आपकी भक्ति और श्रद्धा पूर्ण रूप से फलदायी हो। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि सावन माह की पहली एकादशी के दिन आपको तुलसी से जुड़ी किन गलतियों को करने से बचना चाहिए।
Ekadashi की क्या है मान्यता –
सावन 2024 की पहली एकादशी 31 जुलाई को है। श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को कामिका एकादशी के नाम से भी जाना जाता है धार्मिक मान्यताओं के अनुसार तुलसी भगवान विष्णु को सबसे ज्यादा प्रिय है, ऐसे कहा जाता है कि तुलसी के पौधे में माता लक्ष्मी का वास माना जाता है। इसलिए विष्णु भगवान को समर्पित एकादशी तिथि के दिन आपको तुलसी से जुड़े कुछ विशेष नियमों का पालन करना चाहिए। इन नियमों के बारे में नीचे बताया गया है।
तुलसी के पौधे में भूलकर भी न चढ़ाएं जल –
कामिका एकादशी के साथ ही किसी भी एकादशी तिथि के दिन आपको तुलसी को जल नहीं देना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि, एकादशी तिथि के दिन तुलसी भगवान विष्णु के निमित्त निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में तुलसी के पौधे में अगर आप जल डालते हैं तो माता लक्ष्मी आपके नाराज हो सकती हैं।
तुलसी के पौधे को हानि न पहुंचाएं-
इस दिन आपको तुलसी के पौधे को गलती से भी काटना नहीं चाहिए। अगर आप ऐसा करते है तो आपके लिए बहुत हानिकारक हो सकता है, क्योंकि इससे माता लक्ष्मी तो नाखुश होती ही हैं साथ ही भगवान विष्णु भी आप से क्रोधित हो जाते हैं।
तुलसी को न तोड़ें-
ऐसा बहुत बार होता है कि कई लोग एकादशी तिथि के दिन तुलसी के पत्ते तोड़ देते हैं, लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आपको ऐसा करने से बचना चाहिए। अगर तुलसी के पत्तों की आवश्यकता आपको एकादशी तिथि के दिन हो तो आपको एक दिन पहले ही पत्ते तोड़कर रख देना चाहिए।
तुलसी की माला न पहने –
एकादशी तिथि के दिन आपको गलती से भी तुलसी से बनी माला धारण नहीं करनी चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जाएं आपको चारों तरफ से घेर सकती हैं।
तुलसी को छूने से एक दम बचें-
एकादशी तिथि के दिन तुलसी भगवान विष्णु के लिए व्रत रखती हैं इसलिए इस दिन आपको तुलसी के पौधे को छूने से भी बचना चाहिए। अगर आप एकादशी तिथि के दिन तुलसी को छूते हैं तो तुलसी की पवित्रता भंग हो जाती है । इससे माता लक्ष्मी भी आपसे नाखुश हो सकती हैं।
इन बातों का रखें ध्यान –
महिलाओं को इस दिन बाल बांधकर ही तुलसी की पूजा करनी चाहिए। इसके साथ ही एकादशी तिथि के दिन गलती से भी तुलसी के पौधे के आसपास गंदगी न रखें।
एकादशी पर पाएं तुलसी माँ का आशीर्वाद –
एकादशी तिथि के दिन आपको माता लक्ष्मी और तुलसी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए, तुलसी की पूजा जरुर करनी चाहिए। लेकिन ऊपर बतायी गई बातों को ध्यान जरुर रखें। इस दिन अगर आप व्रत रखते हैं और विष्णु-लक्ष्मी के साथ ही तुलसी की भी पूजा करते हैं तो आपके घर की दरिद्रता दूर होती है और आप जीवन में सुख-शांति प्राप्त करते हैं।