Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ मे बारिश लोगों के लिए काफी घातक साबित हो रही है। बता दें कि राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश होने के कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो गया है। बता दें कि राज्य के दक्षिण क्षेत्र के बस्तर संभाग में जिला प्रशासन को बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए सतर्क रहने के लिए कहा गया है तथा राहत उपाय शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों ने इसे लेकर अहम जानकारी दी है।
अधिकारियों ने इसे लेकर बताया कि बस्तर संभाग के बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिले इस मानसून के दौरान बारिश से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। बता दें कि अभी भी जिलों में मूसलाधार बारिश जारी है तथा कई छोटी नदी और नाले उफान पर हैं। क्षेत्र में जनजीवन प्रभावित हुआ है।
Chhattisgarh: कैसे युवक गिरा गटर में
यह घटना एक दुखद हादसा है, क्योंकि तेज बारिश के कारण अंडर ब्रिज में पानी भर गया जिसके कारण गटर का ढक्कन हट गया जिसके कारण युवक गटर में गिर गया। लेकिन अच्छी बात यह रही कि स्थानीय लोगों की मदद से उसे समय पर अस्पताल पहुंचा दिया गया। युवक चांपा जांजगीर का निवासी बताया जा रहा है और रायगढ़ रिश्तेदारी में आया हुआ था। घटना के बाद अंडर ब्रिज को बंद कर दिया गया है, ताकि और कोई दुर्घटना न हो।
इस बीच, बस्तर क्षेत्र के वन मंत्री केदार कश्यप ने बारिश से प्रभावित जिलों के अधिकारियों को जलभराव और बाढ़ से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन की तैयारियों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
Chhattisgarh: भारी बारिश से ये जिले प्रभावित
अधिकारियों ने इसे लेकर जानकारी दी कि बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर, सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा में भारी बारिश हुई है जहां कई घरों और फसलों को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि मंत्री ने अधिकारियों को सभी जिला मुख्यालयों और तहसीलों में आपदा प्रबंधन केंद्रों को 24 घंटे सक्रिय रखने और बरसात के मौसम में मौसमी बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपाय करने का भी निर्देश दिया है। अधिकारियों को बांधों व जलाशयों में जल स्तर की नियमित निगरानी करने का निर्देश दिया गया है।
एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और सुकमा जिलों में 100 से अधिक गांव जिला मुख्यालयों से कट गए हैं तथा इन स्थानों पर दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। उनके मुताबिक, बाढ़ में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और पुलिस कर्मियों के दलों को तैनात किया गया है।
Chhattisgarh: बचाव में जुटे होमगार्ड जवान
भारी बारिश के कारण सुकमा जिले के निचले इलाकों में बाढ़ आ गई है, और राष्ट्रीय राजमार्ग-30 पर कई जगहों पर पानी बह रहा है। जिला प्रशासन ने बाढ़ग्रस्त सड़कों पर लोगों की सहायता के लिए होमगार्ड के जवानों को मोटर बोट के साथ तैनात किया है। चिंतलनार गांव के निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए भी होमगार्ड के जवान सक्रिय हैं।
दंतेवाड़ा में भी स्थिति गंभीर है, जहां दंतेवाड़ा-कटेकल्याण, दंतेवाड़ा-सुकमा, और दंतेवाड़ा-बीजापुर सड़कों पर परिवहन बाधित हो गया है। इन सड़कों पर पुलिया और नालों के ऊपर पानी बह रहा है, जिससे यात्रा करना मुश्किल हो गया है। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए आपदा प्रबंधन उपायों को सक्रिय किया है।
Chhattisgarh: इन जिलों में भारी बारिश
उन्होंने बताया कि एसडीआरएफ, राज्य पुलिस और होमगार्ड के जवान बचाव और सुरक्षा के कार्य में लगे हुए हैं तथा पिछले कुछ दिनों से अन्य जिले रायपुर, कबीरधाम, बालोद और राजनांदगांव में भी भारी बारिश हुई है। अधिकारी ने बताया कि लगातार बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति को देखते हुए राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने अधिकारियों के साथ सहसपुर लोहारा विकासखंड के खोलवा और सिंघनपुरी गांवों का दौरा किया। शर्मा ने स्थिति का जायजा लिया और कलेक्टर को राहत तथा बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
Chhattisgarh: जिलों में भारी बारिश की संभावना
रायपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने मंगलवार को पूर्वानुमान जताया है कि अगले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। विशेष रूप से मुंगेली, बालोद, कबीरधाम, राजनांदगांव और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई जिलों में अधिक बारिश की संभावना है, जबकि दुर्ग, बेमेतरा, मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी और बीजापुर जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।राज्य के राजस्व विभाग के अनुसार, एक जून से अब तक छत्तीसगढ़ में औसतन 1050.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है। सबसे अधिक बारिश बीजापुर जिले में 2263.3 मिमी रही, जबकि बेमेतरा जिले में सबसे कम 537.0 मिमी औसत बारिश हुई है।