Raipur: देश में आए दिन कुछ न कुछ ऐसा मामला जरुर आता है जिसे सुनकर सभी हैरान हो जाते हैं। एक ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के लालपुर स्थित नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल से आ रही है जहां पर अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया गया है। चलिए जानते है पूरा मामला की आखिरकार क्या बात है ?
Raipur: कैसे हुई मौत?
मामला यह है कि एक महिला को इलाज के लिए दो सितंबर को नारायणा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बता दें कि कुल 10 दिनों के बाद भी उनके स्वास्थ्य में कोई भी सुधार नहीं हुआ,इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें हैदराबाद रेफर कर दिया। अस्पताल से रेफर की गई मरीज की एयर एंबुलेंस में मौत हो गई। मृतका के बेटे का आरोप है कि हॉस्पिटल की लापरवाही के वजह से उसकी मां की जान गई है।
Raipur: हैदराबाद के लिए उड़ान भरी फिर ?
जानकारी के लिए बता दें कि, महिला के स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर डॉक्टरों ने उन्हें हैदराबाद रेफर करने की बात कही। अस्पताल से रेड एयर एम्बुलेंस से ले जाने की अनुमति मिला। इससे मरीज के परिजन तैयार हो गए और अस्पताल के ही रेड एयर एम्बुलेंस रायपुर एयरपोर्ट से हैदराबाद के लिए उड़ान भरी। इसके बाद मशीन में खराबी के कारण ऑक्सीजन सप्लाई नहीं हुआ, जिससे मरीज की स्थिति बिगड़ने लग गई।
ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं होने पर मरीज के परिजनों ने ऑक्सीजन मास्क लगाने की गुजारिश की, लेकिन सही समय में ऑक्सीजन नहीं मिल पाया। इसके बाद पायलट ने अन्य कर्मचारियों से कुछ बात की और 15-17 मिनट के भीतर हैदराबाद में लैंड करने वाले एयर एम्बुलेंस को रायपुर में वापस उतार दिया गया और उस दौरान महिला की मौत हो गई। जिसके बाद अस्पताल में हडकंप मच गया। महिला की मौत को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
Raipur: मृतका के बेटे ने क्या कहा ?
मृतका के बेटा ओम खेमानी ने बताया कि उनकी मां भारती देवी के इलाज के लिए उन्हें दो सितंबर को नारायणा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर उन्हें हैदराबाद के लिए रेफर किया। ओम खेमानी ने बताया कि एयर एम्बुलेंस मशीन में तकनीकी खराबी थी। इसके बाद भी एयर एम्बुलेंस से ले जाया गया। इसके बाद रायपुर में वापस उतारने पर जो एम्बुलेंस उन्हें लेने आई थी, उसमें कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। इससे लेकर भी उन्होंने आपत्ति जाहिर की थी।
उन्होंने बताया कि उसकी मां की बेहतर इलाज के 10 दिन तक भर्ती रखा था। मृतक के पुत्र ने अस्पताल के नाम पर लूट और लापरवाही का आरोप लगाया । पीड़ित परिवार ने बताया कि आपातकालीन स्थिति में एयर एम्बुलेंस के लिए छह लाख 11 हजार रुपये का भुगतान किया गया था, लेकिन इनकी लापरवाही की वजह से जान चली गई।
Raipur: एंबुलेंस कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
इस मामले में टिकरापारा पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। घटना के संबंध में परिजनों ने अस्पताल और एयर एंबुलेंस कंपनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। जब रेड एम्बुलेंस कंपनी से इस संबंध में बात करने का प्रयास किया गया, तो उनकी ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। मामले की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस हर पहलू की जांच कर रही है, और परिजनों की मांगों पर भी ध्यान दिया जा रहा है।