दिल्ली। विश्व जनसंख्या दिवस एक ऐसा महत्वपूर्ण दिन है जो हमें तेजी से बढ़ती जनसंख्या और उससे जुड़ी चुनौतियों के प्रति जागरूक करता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन के मुद्दों पर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता सभी को है।
2023 के आंकड़ों के अनुसार, भारत की जनसंख्या 1.4 अरब के करीब है। यह संख्या तेजी से आगे बढ़ती जा रही है, और 2030 तक भारत के सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश बनने की संभावना है। भारत दुनिया के सबसे बड़े और घनी आबादी वाले देशों में से एक है। इसके कारण होने वाली गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए प्रतिवर्ष विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। आइए, इस दिन के इतिहास और इसके महत्व के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कब मनाया विश्व जनसंख्या दिवस?
विश्व जनसंख्या दिवस हर वर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन गर्भनिरोधक और परिवार नियोजन के महत्व को जागरूक करने के उद्देश्य से अपना महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य लोगों को जनसंख्या विस्फोट, परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, गरीबी, मातृ स्वास्थ्य और मानव अधिकारों से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर लोगों का ध्यान केंद्रित करना है।
विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास?
विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत वर्ष 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) द्वारा की गई थी। वर्ष 1987 तक दुनिया की जनसंख्या पांच अरब के करीब पहुंच चुकी थी, जिसे लेकर सभी देशों को चिंता होने लगी। इस ऐतिहासिक घटना ने वैश्विक समुदाय का ध्यान तेजी से बढ़ती जनसंख्या और इससे जुड़े मुद्दों की ओर आकर्षित किया। इसके बाद, संयुक्त राष्ट्र ने 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
विश्व जनसंख्या दिवस का क्या है उद्देश्य और महत्व ?
परिवार नियोजन- विश्व जनसंख्या दिवस का मुख्य उद्देश्य परिवार नियोजन के महत्व को लोगों के बीच में जागरूक करना है। सही जानकारी और संसाधनों की मदद से लोग अपने परिवार की योजना बना सकते हैं और अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
जनसंख्या विस्फोट- तेजी से बढ़ती जनसंख्या कई समस्याओं को जन्म देती है, जैसे- संसाधनों की कमी, पर्यावरण प्रदूषण, और जीवन स्तर में गिरावट। इस दिन का उद्देश्य इन समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक करना और समाधान के उपाय प्रस्तुत करना है।
महिला सशक्तिकरण- जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन के मुद्दों में महिलाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। इस दिन महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जाता है और उन्हें सशक्त बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
स्वास्थ्य सेवाएं- विश्व जनसंख्या दिवस का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य मातृ स्वास्थ्य और नवजात स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना है। उचित स्वास्थ्य सेवाओं की मदद से मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम किया जा सकता है।