I&B Ministry: केंद्र सरकार की तरफ से बीते दिन सोमवार को प्राइवेट न्यूज़ चैनलों के लिए एक एडवाइजरी लागू किया गया हैं। इस परामर्श में यह कहा गया है कि प्राकृतिक आपदाओं और बड़ी दुर्घटनाओं की रिपोर्टिंग करते समय दृश्यों पर तारीख और समय जरूर लिखा जाए। इसके साथ सूचना मंत्रायल द्वारा यह भी जानकारी दी गई कि दुर्घटना या आपदा के कई दिनों बाद टेलीविजन चैनलों पर दिखाया गया फुटेज जरूरी नहीं है कि वास्तविक समय की जमीनी स्थिति को दर्शाए।
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने क्या दी सलाह ?
इस परामर्श में केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से यह सलाह दी गई है कि बहुत से समाचार चैनलो और न्यूज़ एजेंसी द्वारा लंबे समय तक प्राकृतिक आपदाओं और बड़े हादसों की लगातार कवरेज करते है तो उस दौरान उस दिन के दृश्य दिखाए जाते हैं, जिस दिन घटना घटी थी। मंत्रालय ने आगे यह बताया कि न्यूज़ चैनलों पर कई दिनों के बाद भी उसी दृश्यों को दिखाया जाता है, जिससे सच्ची या यथार्थ स्थिति का लोगों को बिल्कुल पता नहीं चलता है जिसके कारण उनके बीच भ्रम और घबराहट की स्थिति बनी रहती हैं।
प्राकृतिक आपदाओं या बड़ी दुर्घटनाओं के दृश्यों पर डेट और टाइम प्रदर्शित किए जाने पर जोर-
इस एडवाइजरी में स्पष्ट रूप से कहा गया कि दर्शकों के बीच किसी भी प्रकार की गलतफहमी से बचाने के लिए, सभी प्राइवेट टीवी चैनलों को यह सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है कि प्राकृतिक आपदाओं या बड़ी दुर्घटनाओं के दृश्यों में फुटेज के शीर्ष पर डेट और टाइम प्रदर्शित किए जाने चाहिए।
आपदाओं की व्यापक कवरेज को ध्यान में रखते हुए निर्देश जारी –
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने निजी समाचार चैनलों के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं, जिसमें कहा गया है कि उन्हें आपदाओं या हादसों का प्रसारण करते समय कार्यक्रम संहिता का पालन करना होगा। हाल ही में केरल के वायनाड और हिमाचल प्रदेश में आई आपदाओं की व्यापक कवरेज को ध्यान में रखते हुए यह निर्देश जारी किया गया है। यह परामर्श इसलिए जारी किया गया है ताकि चैनल उन संवेदनशील मुद्दों का प्रसारण जिम्मेदारी से करें और दर्शकों को सही जानकारी प्रदान करें।