Gurugram Bomb Threats: दिल्ली के बाद अब गुरुग्राम में भी एक ईमेल के जरिए मॉल को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। यह धमकी एंबिएंस मॉल प्रबंधन को सुबह 9:45 बजे के आसपास भेजी गई। सूचना मिलते ही बम निरोधी दस्ता और पुलिस टीम तुरंत मौके पर तैनात हो गई और जाँच-पड़ताल शुरू कर दी। इस तरह की धमकी भरे मेल पहले भी आ चुके हैं। पुलिस टीम इस मामले की गहन जांच में जुटी हुई है। एसीपी डीएलएफ विकास कौशिक ने बताया कि जांच प्रक्रिया जारी है।
इन जगहों पर मिल चुकी हैं धमकी –
बता दें कि बीते महीने दिल्ली को एक दो बार नहीं बल्कि कई बार स्कूल, अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकियां मिली हैं। दिल्ली-एनसीआर के 100 से अधिक स्कूलों को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिलने के बाद हर जगह खलबली मच गई थी। दिल्ली के कई नामी स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। जिसमें डीपीएस, मदर मैरी स्कूल और संस्कृति स्कूल जैसे नामी स्कूल शामिल थे। 30 अप्रैल को दिल्ली के शाहदरा में चाचा नेहरू अस्पताल को ईमेल के जरिए बम की धमकी मिली। परिसर को खाली कराया गया और गहन तलाशी अभियान शुरू किया गया।अधिकारियों ने पुष्टि की कि कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है।
दिया बम से उड़ाने की धमकी-
जनवरी 2024 में गुड़गांव पुलिस ने 37 वर्षीय एक व्यक्ति को बम से उड़ाने की झूठी धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, मूल रूप से मुंबई का रहने वाला अमर पाल जायसवाल लॉकडाउन के दौरान बेरोजगार था और फिलहाल एक मेडिकल स्टोर पर सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता था।
जांच से पता चला कि अमर पाल मानसिक रूप से बीमार होने के साथ नशे का आदी था, जिसके कारण अक्सर उसके और उसकी पत्नी के बीच झगड़े होते थे। एक दिन अमर पाल की उसकी पत्नी से तीखी बहस हो गई थी और वह नशे में था। उसे डराने की कोशिश में उसने आपातकालीन नंबर 112 पर कॉल किया और बम होने की झूठी कॉल की।
UP के CM और राम मंदिर को भी मिल चूका हैं धमकी –
जानकारी के मुताबिक, जनवरी 2024 की शुरुआत में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया था क्योंकि इन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अयोध्या के राम मंदिर को विस्फोट से उड़ाने की धमकी दी गई थी। उत्तर प्रदेश की स्पेशल टास्क फोर्स की एक टीम ने लखनऊ के गोमती नगर के विभूति खंड इलाके से ताहर सिंह और ओमप्रकाश मिश्रा को गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपी गोंडा के निवासी हैं और एक पैरामेडिकल संस्थान में काम करते हैं। इसके अलावा भी देशभर में कई बार धमकी देने की घटनाएं सामने आई हैं जिनमें अधिकतर झूठी पाई गई हैं।