Bengaluru Murder Case: देश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है, अब ऐसा कोई भी दिन नहीं रहा गया है कि महिलाओं के साथ अत्याचार और मर्डर ना हो। एक ऐसा ही मामला बेंगलुरु से आरहा है जहां एक महिला के शव को काटकर फ्रिज में रख दिया गया था। इस हादसे के बाद सभी लोग हैरान हो गए हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बेंगलुरु में महालक्ष्मी नाम की महिला की हत्या कर उसके शव के टकड़े को फ्रिज में रखने की सनसनीखेज मामले से पूरा इलाका सन्न है। इस मामले का मुख्य संदिग्ध मुक्तिरंजन रॉय ने ओडिशा में आत्महत्या कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, पुलिस को मुक्तिरंजन रॉय के शव के पास उनका सुसाइड नोट मिला, जिससे इस मर्डर की गुत्थी सुलझती नजर आ रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के सुसाइड नोट में इस बात का कबूलनामा है कि उसी ने महालक्ष्मी की हत्या की थी। पुलिस ने यह भी बताया कि मर्डर करने के बाद आरोपी ने सबसे पहले किसे फोन किया।
Bengaluru Murder Case: मर्डर करने के बाद क्यों किया छोटे भाई को फ़ोन ?
मिली जानकारी के मुताबिक, बेंगलुरु पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मुक्तिरंजन रॉय के सुसाइड नोट में कई महत्वपूर्ण बातें सामने आई हैं। इसमें उल्लेख किया गया है कि आरोपी ने महिला की हत्या के बाद अपने छोटे भाई को फोन किया और उसे तुरंत किराए के घर को खाली करने के लिए कहा। जब छोटे भाई ने इस पर सवाल उठाया, तो आरोपी ने उसे कहा कि वह फोन पर इस बारे में बात नहीं कर सकता और सब कुछ व्यक्तिगत रूप से बताने के लिए घर पर मिलने का सुझाव दिया।
यह घटना कई सवाल उठाती है, जैसे कि आरोपी का मानसिक हाल और हत्या के पीछे का असली कारण क्या हो सकता है। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि सभी तथ्यों को स्पष्ट किया जा सके।
पुलिस ने बताया कि जब आरोपी के छोटे भाई से पूछताछ की गई तो उसने खुलासा किया कि महिला की हत्या कर जब मुक्तिरंजन राय घर आया तो उसने उसके (छोटे भाई के) सामने हत्या की बात कबूल की और कहा कि वह अब इस शहर में नहीं रह सकता इसलिए अपने पैतृक स्थान जा रहा है।
Bengaluru Murder Case: परिवार वालों ने लगाया महालक्ष्मी पर आरोप
इस मामले में आरोपी के परिवार वालों का कहना है कि महालक्ष्मी, मुक्तिरंजन से पैसे और कीमती सामान वसूलने का काम कर रही थी। मुक्तिरंजन के सुसाइड नोट में भी इस बात का उल्लेख है। आरोपी के परिवार ने महालक्ष्मी पर आरोप लगाया है कि उसने मुक्तिरंजन को सोने की अंगूठी, महंगा मोबाइल फोन, और नेकलेस देने के लिए मजबूर किया था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, तकनीकी विश्लेषण और कॉल रिकॉर्ड के जरिए आरोपी की पहचान की गई। शुरुआत में आरोपी का मोबाइल फोन पश्चिम बंगाल में पाया गया, लेकिन बाद में उसने उसे बंद कर दिया। तकनीकी निगरानी के माध्यम से पता चला कि वह ओडिशा के एक गांव में था, जिसके बाद पुलिस की एक टीम वहां उसे पकड़ने के लिए भेजी गई।
इस तरह की घटनाएं समाज में मानसिक तनाव और आर्थिक शोषण के गंभीर पहलुओं को उजागर करती हैं, और पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके। उसने बचने के लिए ओडिशा में जगह बदल ली। पुलिस मौत के सही कारण का पता लगाने के लिए अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है