Johnny Lever: फिल्मों का मुख्य आकर्षण अक्सर अभिनेता और अभिनेत्री ही होते हैं। लेकिन कुछ ऐसे छिपे कलाकार भी होते हैं जो फिल्मों में सपोर्टिंग रोल करके दर्शकों का दिल जीत लेते हैं इनमे से एक ऐसे कलाकार है जो हमेशा से फिल्मों में सहायक रोल करके लोगों के दिलों में अपनी छाप जरुर छोड़ दी है। चलिए जानते है आखिर कौन है वो कलाकार
फिल्मों के माहौल को थोड़ा हल्का बनाने के लिए बीच-बीच में कॉमेडी के छींटे भी डाले जाते हैं और यह काम हास्य कलाकारों का सबसे प्रमुख हिस्सा होता है। जॉनी लीवर ऐसे ही हास्य कलाकार रहे हैं। 80 और 90 के दशक की फिल्मों में उन्होंने दर्शकों को जमकर हंसाया। अपने रोल से उन्होंने अक्सर रोते को हँसा दिया है.आज इस अभिनेता का जन्मदिन है, इस अवसर पर हम उनके जीवन पर प्रकाश डालते हैं।
दुनिया जिन्हें जॉनी लीवर के रूप में जानती है, उनका असली नाम जॉन प्रकाश राव जनुमाला है। जॉनी लीवर ने बहुत मेहनत कर के इस मुकाम को हासिल किया हैं। जॉनी का जन्म 14 अगस्त 1957 के दिन तेलुगु क्रिश्चियन परिवार में हुआ। उनके परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, जिसके कारण उन्होंने पढ़ाई बीच में छोड़ दी और सड़क पर कलम बेचने लगे। उनका कलम बेचने का अंदाज भी खूब अलहदा रहा। फिल्मी सितारों की मिमिक्री करते हुए वे हंसी-तफरी के साथ पेन बेचते, जिससे बिक्री भी खूब अच्छी होती।
इसके बाद जॉनी लीवर के पिता ने उन्हें हिंदुस्तान लीवर में काम दिलवा दिया। जॉनी ज्यादा वजन के ड्रम को भी एक जगह से दूसरी जगह बड़ी आसानी से पहुंचा दिया करते थे और काम के दौरान वह कंपनी के दोस्तों के बीच एक्टिंग कॉमेडी करके उनको खूब हंसाते थे। यहीं से उनका नाम जॉन प्रकाश राव जनुमाला से जॉनी लीवर पड़ गया। जॉनी लीवर कॉमेडी के साथ ही मिमिक्री करने में भी माहिर थे। उन्होंने अपनी शुरुआत एक स्टैंडअप कॉमेडियन के तौर पर की थी वह स्टेज शोज किया करते थे। ऐसे ही एक स्टेज शो में सुनील दत्त की नजर उन पर पड़ी और फिर उनकी जिंदगी बदल गई।
सुनील दत्त ने जॉनी लीवर को फिल्म ‘दर्द का रिश्ता’ (1982) में पहला ब्रेक दिया। पहली ही फिल्म के बाद से जॉनी लीवर का बॉलीवुड में जो सफर शुरू हुआ तो उन्होंने फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। वैसे तो उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है, लेकिन उनकी मुख्य फिल्मों में ‘राजा हिंदुस्तानी’, ‘जुदाई’, ‘चालबाज’,’बाजीगर’, ‘यस बॉस’, ‘करण-अर्जुन’ ‘इश्क’, ‘आंटी नंबर 1’, ‘दूल्हे राजा’, ‘कुछ कुछ होता है’, जैसी फिल्में हैं। इसके अलावा उन्होंने गोलमाल और एंटरटेनमेंट जैसी फिल्मों में भी काम किया है।
रोमांटिक लव स्टोरी फिल्म हो या एक्शन से भरपूर फिल्म, बीच-बीच में जॉनी लीवर के डायलॉग माहौल को ठहाकों से भरने में हमेशा मददगार रहे हैं। फिल्मों में उनके होने का मतलब ही रहा कि हंसने के भरपूर अवसर मिलेंगे।