HEALTH : सुबह की एक कप चाय या कॉफी न मिलें तो दिन भर थकान और सुस्ती महसूस होती है. चाय और कॉफी जैसे ड्रिंक्स में कैफीन (caffeine) पाया जाता है जो एक ऐसा नेचुरल तत्व है जो सुस्ती और नींद भगाकर दिमाग को अलर्ट करता है. चाय-कॉफी दुनिया भर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय पेय पदार्थ है. आमतौर पर तरोताजा रहने के लिए कैफीन का सेवन किया जाता है वहीं इसके सेहत पर भी कई प्रभाव पड़ते हैं. अक्सर डॉक्टर इसे न पीने की सलाह देते हैं. जानिए कैफीन स्वास्थ्य के लिए कितना हेल्दी या नुकसानदायक हो सकता है।
पहले जानते है क्या होता है कैफीन ?
कैफीन चाय, कॉफी और कोको प्लांट में पाया जाने वाला स्टीमुलेंट है। इनके जरिए यह शरीर में पहुंचता है। इसका असर सीधे दिमाग के नर्वस सिस्टम पर पड़ता है। आप खुद को काफी रिलैक्स महसूस करने लगते हैं। कैफीन वाले पेय पदार्थों का चलन 18वीं शताब्दी में शुरू हो गया था, साल-दर-साल बढ़ा है।
कॉफी पीने से क्या फायदे हो सकते हैं ?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, कॉफी में पाया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण घटक कैफीन, सेंट्रल नर्वस सिस्टम (केंद्रीय तंत्रिका तंत्र) के उत्तेजक के रूप में कार्य करता है। यह कुछ प्रकार को हार्मोंनों को प्रभावित करके व्यक्ति को काफी सतर्क और जागृत बनाने में मदद करता है। यही कारण है कि कॉफी पीते ही आपकी थकान और नींद दूर हो जाती है और आप तरोताजा महसूस करने लगते हैं। इतना ही नहीं सिरदर्द और माइग्रेन जैसी बीमारियों के इलाज के लिए दी जानी वाली कुछ दवाओं में कैफीन का प्रयोग भी किया जाता है। पर सीमित मात्रा में इसका सेवन जितना फायदेमंद हैं, वहीं इसकी मात्रा अधिक होने पर नुकसान का भी खतरा रहता है।
कितनी मात्रा में कॉफी का सेवन किया जा सकता है?
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के सुझावों के अनुसार अधिकांश स्वस्थ वयस्कों के लिए एक दिन में 400 मिलीग्राम कैफीन के सेवन को सुरक्षित माना जा सकता है। यह दो-तीन कप कॉफी या दो एनर्जी ड्रिंक के बराबर की मात्रा है। ध्यान रखें कि हर पेय पदार्थ में कैफीन की मात्रा भिन्न हो सकती है, इसलिए उसे ध्यान में रखें। वहीं अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अनुसार सिर्फ एक चम्मच पाउडर कैफीन लगभग 28 कप कॉफी के बराबर हो सकती है । कैफीन का इतना उच्च स्तर गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं और संभवतः मृत्यु का कारण भी बन सकता है।
कॉफी के ज्यादा सेवन के क्या नुकसान हो सकते हैं?
कई अध्ययनों के दौरान वैज्ञानिक बताते हैं कि कॉफी का अधिक सेवन स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव डाल सकता है। शरीर में कैफीन की मात्रा अधिक हो जाने पर आपको भ्रम, उल्टी और कई अन्य गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। कैफीन की मात्रा अधिक होने से पेट में एसिड भी बढ़ जाता है, जिससे अपच और पेट में खराब हो सकती है। इसके अलावा कॉफी के ज्यादा सेवन के कारण आपको बार-बार पेशाब जाने की इच्छा हो सकती है। यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को भी प्रभावित कर सकता है जिससे हड्डी पतली हो जाती है। गर्भवती महिलाओं को कैफीन के सेवन पर विशेष ध्यान देना चाहिए, गर्भावस्था में बहुत ज्यादा कॉफी पीने से भ्रूण का विकास धीमा होने के साथ गर्भपात का जोखिम भी बढ़ जाता है।
कैफीन काम कैसे करता है?
जब भी हम चाय या कॉफी लेते हैं, इसमें मौजूद कैफीन ब्लड में मिलकर पूरे शरीर में फैल जाता है। इसका सबसे ज्यादा असर दिमाग पर होता है। दिमाग से जुड़ा एक न्यूरोट्रांसमीटर है एडिनोसिन। यह आपको बताता है कि आप थक गए हैं। कैफीन इसी न्यूरोट्रांसमीटर को ब्लॉक कर देता है। ऐसे में आप थकान नहीं महसूस करते और खुद को फ्रेश पाते हैं। कैफीन डोपामाइन और एड्रेनेलिन न्यूरोट्रांसमीटर की एक्टिविटी बढ़ाता है। नतीजा आप उत्तेजित हो जाते हैं। खुद को काफी एक्टिव पाते हैं और ध्यान लगाकर काम कर पाते है। डायटीशियन कहती हैं, कैफीन कुछ हद तक फायदा पहुंचाता है लेकिन जब यह अधिक मात्रा में शरीर में पहुंचता है तो नुकसान करने लगता है।