HEALTH: थायरॉइड से जुड़ी बीमारी का मुख्य कारण अस्वस्थ आहार और तनावपूर्ण जीवन होता है। आयुर्वेद के अनुसार, थायरॉइड संबंधित रोग वात, पित्त और कफ के असंतुलन के कारण होते हैं। जब शरीर में वात और कफ दोष होते हैं, तब थायरॉइड की समस्या हो सकती है। आयुर्वेद के उपायों से वात और कफ दोषों को संतुलित किया जा सकता है, जिससे थायरॉइड की समस्या में लाभ मिल सकता है। और यहां अच्छी बात यह है कि थायरॉइड के लिए घरेलू उपचार भी मौजूद हैं, जिन्हें आप आजमा सकते हैं।
एलोपैथिक चिकित्सा में थायराइड विकार के लिए स्टीरॉइड्स का सेवन किया जाता है, जो हानिकारक हो सकता है। इसलिए थायराइड को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा को सबसे अच्छा माना जाता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में धेर सारी प्राकृतिक उपाय और दवाएं होती हैं जो थायराइड के समस्याओं को सही करने में मदद करती हैं, बिना किसी नकारात्मक प्रभाव के। इसमें पोषक तत्वों का सेवन, औषधियों का उपयोग और आहार में परिवर्तन शामिल हो सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने के लिए समृद्ध और प्राकृतिक उपचार प्रदान करती है।
हरा धनिया-
हरा धनिया थायराइड के इलाज में मददगार हो सकता है। इसे पीस करके रोजाना एक गिलास पानी में मिलाएं और पिएं। इससे थायराइड की बीमारी में सुधार हो सकता है।
लौकी का जूस-
अगर आपको थायराइड की बीमारी है, तो आप लौकी का जूस पी सकते हैं। इसका आदि करने से पहले सुबह खाली पेट, यह जूस पीने से बीमारी में राहत मिलती है और आपकी सेहत में सुधार होता है।
आयोडीन-
थायराइड से पीड़ित लोगों को अधिक मात्रा में आयोडीन (IODINE) का सेवन करना चाहिए। इसका अच्छा स्रोत प्याज, लहसुन और टमाटर जैसी चीजें हैं।
नारियल पानी-
नारियल पानी थायराइड को नियंत्रित करने में बहुत मददगार हो सकता है। अगर रोज़ नहीं पी सकते तो कम से कम हर दूसरे दिन इसका सेवन करें। यह आपके थायराइड को संतुलित रखने में मदद कर सकता है। नारियल पानी में उपस्थित विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर सेहत के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इसका नियमित सेवन आपको सकारात्मक परिणाम दिखा सकता है और आपकी सेहत को बेहतर बनाए रख सकता है।
हल्दी-
हल्दी में कर्कुमिन नामक तत्व पाए जाते हैं, जो थायराइड को कंट्रोल करने में मददगार होते हैं। इसलिए, थायराइड से पीड़ित लोगों के लिए रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पीना बेहतर होता है। हल्दी में यह तत्व इस बीमारी को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, हल्दी कई और गुणों से भरपूर होती है जो शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं। इसलिए, हल्दी का नियमित सेवन थायराइड रोगियों के लिए लाभकारी हो सकता है।
तुलसी-
तुलसी से घरेलू उपचार किया जा सकता है। इसमें, दो चम्मच तुलसी के रस में आधा चम्मच ऐलोवेरा जूस मिलाकर सेवन करने से थायराइड की समस्या में राहत मिल सकती है। तुलसी के गुण और ऐलोवेरा की शक्ति से यह मिश्रण थायराइड को सहायक बना सकता है। इसे नियमित रूप से सेवन करने से लाभ हो सकता है।
थायराइड मरीजों के लिए डाइट प्लान क्या है?
- – अपने भोजन में ज्यादा से ज्यादा फलों और सब्जियों को शामिल करें।
- – आयोडीन युक्त आहार लें।
- – ऐसे साबुत अनाजों का सेवन करें, जिसमें प्रोटीन, फाइबर और विटामिन भरपूर मात्रा में हो।
- – कम वसा वाले भोजन का सेवन करें।
- – इसके घरेलू इलाज में दूध और दही का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए।
- – अपने आहार में कैल्शियम और विटामिन-डी से युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें। जैसे- दूध व चीज।