भारत, चीन और पाकिस्तान में लगातार परमाणु बमों की संख्या बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत को भी अपने परमाणु बमों की संख्या बढ़ानी चाहिए, क्योंकि चीन में परमाणु बमों की संख्या 1000 से ज्यादा हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में 172 और पाकिस्तान में 170 बम है। चीन बड़े पैमाने पर अंतर महाद्वीपीय मिसाइलें भी बना रहा है।अमेरिका और भारत दोनों के लिए खतरा बढ़ता जा रहा है, इसलिए भारत को न्यूक्लियर वार हेड की संख्या को बढ़ाना ही होगा। साथ ही कुछ पश्चिमी एशियाई देशों से भी भारत को सतर्कता बरतनी होगी |
चीन एटम वार के लिए कर रहा तैयारी
परमाणु और सैन्य मामलों के जानकार आदित्य रामनाथन का कहना है कि भारत के पास परमाणु बमों की संख्या के बारे में अनुमान सीमित सूचना पर आधारित है। उन्होंने कहा कि हम नहीं जानते हैं कि भारत के पास परमाणु बमों का जखीरा असल में कितना है, ज्यादातर शोध में कहा गया है कि यह 150 से लेकर 200 के बीच है। रामनाथन ने कहा कि अगर भारत के परमाणु वार हेड की संख्या में बढ़ोत्तरी होती है तो चीन एटम बनाकर इसका सीधा जवाब देगा । 2021 में इस बात की जानकारी दी गई की चीन पश्चिम इलाके में 3 बड़ी मिसाइलें बना रहा है, इस इलाके में सैकड़ों की संख्या में अंतर महाद्वीपीय मिसाइलों को छिपाये जाने की संभावना है |
चीन ने ऐसे किया अपनी तैयारी
चीन ने पहले से ही बड़ी संख्या में सॉलिड फ्यूल से चलने वाली डीएफ-41 अंतरमहाद्वीपीय मिसाइलों का निर्माण कर लिया है। इसके अलावा चीन के पास और भी बहुत से ताकतवर मिसाइलें है। इसलिए भारत अपनी ताकत को बढ़ाने के लिए सबमरीन से लॉन्च की जाने वाली मिसाइल बनाया है, साथ ही मिसाइल डिफेंस सिस्टम का भी विकास कर रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत स्वाभाविक रूप से इस बात से चिंतित है कि चीन के परमाणु हमला करने की सूरत में अपनी परमाणु सेना को कैसे बचाया जाए।
भारत बना रहा अग्नि 5 मिसाइल
रामनाथन ने बताया कि भारत ऐसी खास क्षमता को विकसित करने में जुटा हुआ है कि जिससे भविष्य में होने वाले परमाणु हमले से खुद को बचा सके। उन्होंने यह भी बताया की अगर चीन परमाणु हमला करता है तो भारत अपनी अरिहंत परमाणु सबमरीन से उसका मुंह तोड़ जवाब दे सकता है। यही वजह है कि भारत अग्नि 5 मिसाइल बना रहा है जो एक साथ कई परमाणु बम ले जा सकती है।
विशेषज्ञों के मुताबिक भारत को पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रम पर भी नजर रखनी चाहिए, क्योंकि पाकिस्तान भी धीरे धीरे अपना कदम परमाणु बमों की संख्या बढ़ाने में लगा हुआ है। बता दें कि पाकिस्तान और चीन के अलावा भारत को पश्चिमी एशियाई देश जैसे तुर्की, सऊदी अरब या ईरान जैसे देशों से भी सतर्कता बरतनी चाहिए, क्योंकि यह सभी देश कहीं ना कहीं पाकिस्तान के साथ जुड़े हुए है। इसलिए इन सभी खतरों को देखते हुए भारत को धीरे-धीरे अपने परमाणु बमों की संख्या को बढ़ाना होगा।