सभी जानते हैं कि अपराधियों के मन में बुलडोजर बाबा का खौफ है, लेकिन बृहस्पतिवार को मैनपुरी पहुंचीं बसपा सुप्रीमो ने बुलडोजर लेकर पलटवार किया। क्रिश्चियन मैदान में एक जनसभा में उन्होंने कहा कि बसपा सरकार को कानून के राज के लिए बुलडोजर की आवश्यकता नहीं थी। बसपा सरकार में जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं हुआ।
मैनपुरी के क्रिश्चियन मैदान में बसपा सुप्रीमो मायावती ने जनसभा की थी। उन्हें मैनपुरी के प्रत्याशी शिवप्रसाद यादव, एटा के प्रत्याशी मोहम्मद इरफान और फिरोजाबाद के प्रत्याशी चौधरी वशीर का समर्थन मिल गया। बसपा सुप्रीमो हेलीकॉप्टर से दोपहर दो बजे जनसभा स्थल पर पहुंचीं। जब वे मंच पर पहुंचे, वे सीधे बोलने लगे। उसने पहले जनता का हाथ हिलाकर उनका अभिवादन किया, फिर जनता का माइक से अपना आभार व्यक्त किया। लंबे समय बाद अपने नेता को देखकर जनता भी खुश हो गई। बसपा जिंदाबाद, मायावती जिंदाबाद के नारे पूरे पंडाल में गूंज रहे थे। उनका कहना था कि बसपा इस बार चुनाव अकेले लड़ रही है। इस बार सभी कर्मचारी अपनी जान देकर काम कर रहे हैं।
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि भीड़ देखकर उसे भरोसा हुआ कि इस बार बसपा का प्रदर्शन अच्छा होगा। उनका कहना था कि आजादी के बाद कांग्रेस ने केंद्र और राज्यों की सत्ता संभाली, लेकिन कांग्रेस की गलत नीतियों के कारण उन्हें केंद्र और राज्यों से बाहर होना पड़ा। भाजपा ने इसके बाद केंद्र की सरकार बनाई। भाजपा भी जातिवादी, पूंजवादी और संकीर्ण है। भाजपा सरकार की नीति और व्यवहार में अंतर है। भाजपा इस बार केंद्रीय सरकार में वापस नहीं आएगी।
उन्हें ईवीएम की बात दोहराते हुए कहा कि भाजपा चुनाव जीतने के लिए ईवीएम में भी गड़बड़ी करती है, लेकिन इस बार कोई गड़बड़ी, जुमलेबाजी, नाटकबाजी या गारंटी नहीं होगी। भाजपा ने अपने घोषणापत्र में किए गए वादे में से एक चौथाई भी नहीं पूरा किया। भाजपा का घोषणापत्र इस बार भी बकवास है। उनकी अपील थी कि बसपा नेता जीतें। 3 बजे वह सैफई हवाई पट्टी के लिए हैलीकॉप्टर से रवाना हो गईं, जहां लगभग चालीस मिनट बिताए।
हिंदुत्व के मुद्दे पर भी मायावती ने जनसभा में भाजपा को घेरा। उसने कहा कि भाजपा हिंदुत्व की आड़ लेकर मुस्लिमों का शोषण कर रही है। उन्हें भी भरोसा दिलाया गया कि बसपा सरकार पिछड़ों, अनुसूचित जाति-जनजाति और मुस्लिमों की सुरक्षा करेगी। उनका कहना था कि बसपा कभी भी अपना घोषणा पत्र नहीं जारी करती क्योंकि बसपा का विश्वास करके दिखाने में बहुत अधिक है। उनका दावा था कि अन्य पार्टियां भी बसपा सरकार की उत्तर प्रदेश में की गई कार्रवाई की नकल करती हैं।