विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना का नया XE वैरीअंट (XE Variants) पहली बार 19 जनवरी 2022 को ब्रिटेन में पाया गया था XE वेरिएंट , ये। वैरीअंट का एक म्युटेंट है , पूरे दुनिया ने कोरोनावायरस की तीन लहर देख चुके हैं और जिस में कोरोना की दूसरी लहर ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था इस दूसरी लहर में हज़ारों लोगों की कोरोना से मृत्यु हुई, तो लाखों कोरोना पॉजिटिव हॉस्पिटल में इलाज़ लेकर सही सलामत घर पहुंचे. उसके बाद वैक्सीन देने का प्रोसेस तेज़ कर दिया गया, जिस वजह से कोरोना की तीसरी लहर जल्दी कंट्रोल में आ गई.
वहीं सरकार ने पूरे देश में कोर्णाक और रोकने के लिए जो नियम कानून जैसे लॉकडाउन, सोशल डिस्टेंसिंग, कर्फ्यू, आदि लगाए गए थे वह धीरे-धीरे खत्म हो रहे हैं इसी के साथ जनता वापस से अपनी पुरानी वाली लाइफ में लौटने की ओर अग्रसर है।
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वहीं दूसरी और ब्रिटेन में कोरोना का नया XE वेरिएंट (XE Variants) पाया गया है डब्ल्यूएचओ का कहना है कि क्रोनाका यह XE वेरिएंट (XE Variants) काफी तेजी से फैलता है और हमें इस से सावधान रहना होगा।
XE वेरिएंट (XE Variants) क्या है और कितना खतरनाक है?
आपको बता दें कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक कोरोना का नया XE वेरिएंट (XE Variants) पहली बार 19 जनवरी 2022 को ब्रिटेन में पाया गया था कोरोना का यह XE वेरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट का एक म्युटेंट है जो दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है हाल ही में डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि कोरोना का XE वेरिएंट , की तुलना में लगभग 10% ज्यादा तेज से फैलता है
ब्रिटेन की हेल्थ प्रोटेक्शन एजेंसी के मुताबिक़, XE वैरिएंट (XE Variants) के कॉमन लक्षण नाक बहना, छींकना, सिर दर्द, बुख़ार, ख़ांसी, सांस लेने में तक़लीफ़, बदन दर्द और गले में ख़राश जैसे होते हैं. कोरोना लक्षणों में आमतौर पर मरीज़ को बुख़ार और ख़ांसी की शिकायत रहती है. इसके साथ ही उसे किसी चीज़ का स्वाद और उसकी सूंघने की शक्ति भी निल हो जाती है.
WHO के एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना के XE वैरिएंट (XE Variants) से ज़्यादा पैनिक होने की ज़रूरत नहीं हैं. XE वैरिएंट कोई नया वायरस नहीं है. ये कोरोना का ही रूप है, ऐसे में कोरोना के बाकी वेरिएंट की तरह ही इसमें भी पहले की तरह ही सावधानी बरतने की ज़रूरत है. जैसे कि घर से बाहर निकलते समय मास्क लगाना चाहिए, भीड़-भाड़ में जाने से बचें, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. साथ ही, अगर वैक्सीन के दोनो डोज़ नहीं हुए हैं पूरे या बूस्टर डोज़ नहीं ली है अभी तक तो बिना देर किये लगवा लें. अगर आपको ऊपर बताए लक्षणों में से कुछ ख़ुद में नज़र आ रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर संपर्क करें और उनके दिए इंस्ट्रक्शंस को फ़ॉलो करें. सबसे ज़रूरी बात ऐसे में घबराएं नहीं.
हमारे भारत में, भले ही कोरोना से नए पॉज़िटिव मरीज़ों की संख्या कम हो रही है, पर हाल ही में मुंबई और वडोदरा में कोरोना के XE वैरिएंट से इंफ़ेक्टेड मरीज़ पाए गए हैं. ऐसे में हमें ज़्यादा से ज़्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मुंबई में अब तक XE वैरिएंट से इंफ़ैक्टेड 2 मरीज़ पाए गए हैं और गुजरात के वडोदरा ज़िले में 1 मरीज़ पाया गया है.
एक तरफ़, जहां भारत में कोरोना के नियमों में छूट दी जा रही है, वहीं दूसरी तरफ़ यूरोप और चीन में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या तेज़ी से बढ़ रही है. ऐसे में हमें कोरोना के नियमों का पालन ज़रूर करना चाहिए.