दिल्ली में एक कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने डीपफेक मुद्दे पर कहा कि यह एक बड़ा मुद्दा है और यह हम सभी के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि सरकार ने हाल ही में सभी बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को नोटिस जारी कर उन सामग्री को हटाने के लिए और डीपफेक की पहचान करने के लिए कदम उठाने को कहा है।
वैष्णव ने कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने प्रतिक्रिया दी है और वे अपनी कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर लगातार काम कर रही है और जल्द ही इस पर कुछ ठोस कदम उठाए जाएंगे।
डीपफेक एक प्रकार का फर्जी वीडियो या ऑडियो है जिसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग करके बनाया जाता है। इस तकनीक का उपयोग करके किसी व्यक्ति के चेहरे या आवाज को किसी अन्य व्यक्ति के चेहरे या आवाज पर रखकर फर्जी वीडियो या ऑडियो बनाया जा सकता है।
#WATCH दिल्ली: डीपफेक मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “डीपफेक एक बड़ा मुद्दा है, यह हम सभी के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है। हमने हाल ही में सभी बड़े सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को नोटिस जारी कर उन सामग्री को हटाने के लिए और डीपफेक की पहचान करने के लिए कदम उठाने को कहा… pic.twitter.com/7GEcoYp3sX
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 18, 2023
डीपफेक का उपयोग विभिन्न प्रकार के दुरुपयोग के लिए किया जा सकता है, जैसे कि किसी व्यक्ति की छवि को खराब करना, किसी व्यक्ति को झूठे बयान देने के लिए फंसाना या किसी राजनीतिक षड्यंत्र को अंजाम देना।
सरकार इस मुद्दे पर गंभीर है और इसे रोकने के लिए कदम उठा रही है। सरकार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के साथ काम कर रही है ताकि डीपफेक सामग्री को पहचानने और हटाने के लिए तकनीकी समाधान विकसित किए जा सकें। सरकार लोगों को भी जागरूक कर रही है ताकि वे डीपफेक सामग्री की पहचान कर सकें और इससे बच सकें।