विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स (Monkeypox) के हालिया प्रकोप पर चर्चा करने के लिए 21 मई को एक आपातकालीन बैठक बुलाई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए बैठक करने वाली WHO समिति दरअसल महामारी और संभावित महामारी (STAG-IH) के साथ संक्रामक खतरों पर रणनीतिक और तकनीकी सलाहकार समूह है, जो वैश्विक स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करने वाले संक्रमण जोखिमों पर सलाह देती है। बता दें , मंकीपॉक्स, एक वायरल संक्रमण (viral infection) है जो पश्चिम और मध्य अफ्रीका में लंबे समय से देखा जाता रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 21 मई को हुई बैठक के बाद कहा कि उसने हाल ही में मंकीपॉक्स के प्रकोप के बाद एक आपातकालीन बैठक की। बैठक में सामने आया है कि यूरोप में अब तक 100 से ज्यादा मंकीपॉक्स मामले सामने आ चुके हैं। जिन लोगों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आया है उनमें से अधिकांश होमोसेक्सुअल (Male Homosexual) पुरुष हैं। लेकिन, अफ्रीका में मंकीपॉक्स के कई प्रकोपों की निगरानी करने वाले वैज्ञानिकों का कहना है कि वे यूरोप और उत्तरी अमेरिका में इस बीमारी के हालिया प्रसार से चकित हैं। हालांकि WHO का ये समूह यह तय करने के लिए जिम्मेदार नहीं होगा कि क्या इस प्रकोप को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया जाना चाहिए, जो डब्ल्यूएचओ का सर्वोच्च अलर्ट है और जो वर्तमान में कोविड -19 महामारी पर लागू होता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की इस बैठक के बाद, आइए अब हम आपको बताते हैं कि, अब तक हमें मंकीपॉक्स के बारे में क्या पता है।
1. – मंकीपॉक्स के पहले यूरोपीय मामले की पुष्टि 7 मई को नाइजीरिया से इंग्लैंड लौटे एक व्यक्ति में हुई थी। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के एक अकादमिक ट्रैकर के अनुसार, तब से, अफ्रीका के बाहर 100 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है। इनमें अधिकांश यूरोप में हैं।
2.- पुर्तगाल में शुक्रवार को नौ और मामलों का पता लगाया गया, जिससे यहाँ कुल मामले 23 हो गए।
3 – स्पेन ने शुक्रवार को 24 नए मामले दर्ज किए, ये मामले मुख्य रूप से मैड्रिड में आए, जहां क्षेत्रीय सरकार ने अधिकांश संक्रमणों से जुड़े क्षेत्रों को बंद कर दिया है। स्पैन के दूसरे बड़े शहर लिस्बन में भी 20 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
4 – संक्रमण के कई मामले अफ्रीकी महाद्वीप की यात्रा से जुड़े नहीं हैं। नतीजतन, इस प्रकोप का कारण स्पष्ट नहीं है, हालांकि स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा है कि संभावित रूप से कुछ हद तक सामुदायिक प्रसार हो सकता है। यूरोम में अब तक कम से कम नौ देशों बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, इटली, नीदरलैंड, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और यूनाइटेड किंगडम के साथ-साथ संयुक्त राज्य अमरीका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में मामले सामने आए हैं। जर्मनी ने इसे यूरोप में अब तक का सबसे बड़ा प्रकोप बताया।
5. – अब तक मिले प्रमाणों और जानकारी के अनुसार ये संक्रमित व्यक्ति या जानवर जैसे बंदर के निकट संपर्क में आने से ही फैलता है। हवा से हवा में फैलने के प्रमाण नहीं हैं। ऐसे संक्रमित व्यक्ति, जिसमें अभी लक्षण नहीं हैं, में भी संक्रमण फैलने के कोई प्रमाण नहीं हैं।
6 – मंकीपॉक्स के लिए कोई विशिष्ट टीका नहीं है, लेकिन डेटा से पता चलता है कि डब्ल्यूएचओ के अनुसार, चेचक उन्मूलन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले टीके मंकीपॉक्स के खिलाफ 85% तक प्रभावी हैं।
7 – ब्रिटिश अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने कुछ स्वास्थ्य कर्मियों और अन्य लोगों को चेचक के टीके की पेशकश की है, जो मंकीपॉक्स के संपर्क में आ सकते हैं। ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री ने इसके टीका मंगाने संबंधी एक ट्वीट भी किया है।
8 – अब तक प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, मंकीपॉक्स के अधिकांश मामलों का पता यौन स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से और पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में ही लगाया जा रहा है। पूरे यूरोप और उसके बाहर व्यापक फैलाव से पता चलता है कि संचरण कुछ समय से चल रहा होगा।
9 – ब्रिटेन में, जहां अब 20 से अधिक मामलों की पुष्टि हो चुकी है, यूके की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी ने कहा कि देश में हाल के मामले मुख्य रूप से उन पुरुषों में थे, जिन्होंने समलैंगिक, उभयलिंगी या पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों के रूप में अपनी पहचान बताई थी।
10 – केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र और आईसीएमआर को स्थिति पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया है। सभी बाहर से आने वाले लोगों में बीमारी के लक्षण होने पर तुरंत उनके सैंपल लेकर परीक्षण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजने को कहा गया है।