हरिद्वार में व्यापारियों की एक बार फिर से उम्मीद जगी है, कोरोना काल की आर्थिक संकट में जूझ रहे व्यापारियों ने शासन प्रशासन से इस बार लगने वाले कांवड़ मेले पर पाबंदी ना लगाने की अपील की है। आपको बता दें कि 3 दिन बाद फाल्गुनी कावड़ यात्रा शुरू होने जा रही है, ऐसे में हरिद्वार के व्यापारियों को अभी भी कोरोना की पाबंदियों का अंदेशा सताने लगा है। इस बार फिर से व्यापारियों को आशंका है कि कहीं एक बार फिर पुलिस प्रशासन इस कांवड़ मेले पर रॉक न लगा दे, वहीं पुलिस से व्यापारियों ने कांवड़ मेला सही से संपन्न करने की अपील भी की है ताकि कारोबारियों को राहत मिल सके।
आपको बता दें कि हरिद्वार में 20 फरवरी से कांवड़ मेला शुरू होने जा रहा है, जिसके लिए शासन प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है, फाल्गुन मास की कांवड़ यात्रा लंबे समय बाद होने जा रही है जिसको लेकर व्यापारियों में उम्मीद की एक किरण जगी है, इस बार आने वाले कावड़ियों पर कोई रोक नहीं लगाई जाएगी।
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व्यापारियों को इस बार उम्मीद है कि लंबे समय से ठप पड़े हरिद्वार का व्यापार एक बार फिर पटरी पर दौड़ सकेगा, धर्मशाला हो या फिर होटल दुकाने सभी के प्रतिष्ठानों में लंबे समय से रौनक नहीं देखी गई है। कोरोना संक्रमण के चलते लगातार तमाम तरह की पाबंदियों ने व्यापार को पूरी तरह से चौपट कर दिया है।
आपको बता दें कि भले ही दूसरे प्रदेश में किसी भी तरह की धार्मिक आयोजन पर रोक ना हो लेकिन, हरिद्वार सरकार ने धार्मिक आयोजनों को नहीं होने दिया था किसी भी स्नान पर अब तक लोगों को खुली छूट नहीं दी गई थी, जिस वजह से हरिद्वार के व्यापारियों का कारोबार चौपट हो गया था। हालांकि जिस तरह से कोरोना का ग्राफ गिर रहा है उसको देखते हुए सरकार ने प्रदेश में लागू नाइट कर्फ्यू को भी खत्म कर दिया है लेकिन व्यापारी अभी भी डरे हुए हैं।