रायगढ़: 9 मार्च को छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में तहसीलदार ने सरकारी जमीन और तलाब पर अवैध निर्माण के मामले में दर्जन भर लोगों को नोटिस जारी किया गया था। इसी नोटिस में एक नाम शिव (Lord shiva) मंदिर के स्वामी भगवान भोलेनाथ का भी था।
लड़के कहुआकुंडा क्षेत्र के वार्ड 25 में सरकारी जमीन और तालाब पर कब्जे को लेकर नायब तहसीलदार रायगढ़ ने 10 लोगों को नोटिस जारी किया था, इन 10 लोगों में से एक नाम भगवान शिव (Lord shiva) का भी था इस मामले में प्रभारी तहसीलदार गगन शर्मा ने संशोधित कर फिर से कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
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9 मार्च 2022 को नवपदस्थापित तहसीलदार रायगढ़ गगन शर्मा ने बताया कि न्यायालय तहसीलदार रायगढ़ के मामले में 9 मार्च को जारी कारण बताओ नोटिस टंकण त्रुटिवश शिव मंदिर (Lord shiva) को जारी हो गया था। प्रकरण में शीघ्र सुनवाई का आवेदन प्राप्त होने पर न्यायालय तहसीलदार रायगढ़ ने नोटिस को शिथिल करते हुए पूर्व तहसीलदार शिवकुमार मालाकार पिता लाभोराम और कंप्यूटर ऑपरेटर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
रायगढ़ के कहुआकुंडा क्षेत्र के वार्ड 25 में सरकारी जमीन और तालाब पर कब्जे को लेकर नायब तहसीलदार रायगढ़ ने 10 लोगों के नाम नोटिस जारी किया था. इन 10 लोगों में भगवान शिव (Lord shiva) भी शामिल थे. बाबा भोलेनाथ को चेतावनी दी गई थी कि सुनवाई में नहीं आने पर 10 हजार का जुर्माना और कब्जे से बेदखल किया जा सकता है. मामले में अगली पेशी 25 मार्च को हुई. अब बाबा भोलेनाथ (Lord shiva) तो स्वयं पेशी पर पहुंच नहीं सकते थे. इसलिए सभी 9 कब्जाधारियों ने भगवान भोलेनाथ का शिवलिंग उखाड़ा और ठेले पर लोड कर तहसील कार्यालय पहुंच गये. लेकिन तहसीलदार के नहीं रहने के कारण एक बार फिर से मामले में तारीख दे दी गई.