manipur violence मणिपुर में एक बार फिर स्थिति बिगड़ती नजर आ रही है। केंद्रीय जांच ब्यूरो यानी CBI ने दो छात्रों की हत्या के आरोपियों को दबोच लिया है। सीबीआई ने रविवार को चार लोगों को गिरफ्तार किया है। प्रदेश की भाजपा शासित सरकार ने आरोपियों को कड़ी सजा दिलवाने की बात कही है। वहीं इन आरोपियों के पकड़े जाने के बाद घाटी में इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (आईटीएलएफ) समेत अन्य आदिवासी समूहों ने गिरफ्तारी के खिलाफ आंदोलन छेड़ दिया है। आदिवासी समूहों ने चुराचांदपुर में सोमवार को पूर्ण बंद का ऐलान किया है। वहीं सरकार ने हालात को भांपते हुए घाटी में 6 अक्टूबर तक इंटरनेट पर एक बार फिर प्रतिबंध लगा दिया है।
CM बिरेन सिंह ने कड़ी सजा की कही बात
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए एक्स पर लिखा, “मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि फिजाम हेमनजीत और हिजाम लिनथोइंगंबी के अपहरण और हत्या के लिए जिम्मेदार कुछ मुख्य अपराधियों को आज चुराचांदपुर से गिरफ्तार कर लिया गया है।
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जैसा कि कहा जाता है, कोई अपराध करने के बाद भाग सकता है, लेकिन कानून के लंबे हाथों से नहीं बच सकता। हम उनके द्वारा किए गए जघन्य अपराध के लिए मृत्युदंड सहित अधिकतम सजा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सरकार को 48 घंटों का समय
बता दें कि मणिपुर के मान्यता प्राप्त आदिवासी संगठन ITLF मुख्य रूप से गिरफ्तारी के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। इसके अलावा कई आदिवासी संगठनों ने भी इनका समर्थन किया है। इस संगठनों ने सोमवार सुबह 10 बजे से अगले फैसले तक बंद का ऐलान किया है। इन संगठनों ने सरकार को 48 घंटों का समय देते हुए पकड़े गए आरोपियों को छोड़ने की मांग की है।