भारतीय महिला क्रिकेट की रीढ़ कहे जाने वालीं मिताली राज ने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. मिताली राज पिछले 23 साल से इंटरनेशनल क्रिकेट खेल रही थीं, अब बुधवार को 39 साल की उम्र में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कहा.
मिताली ने दो दशक से लंबे चले अपने क्रिकेट करियर में पूरी तरह राज किया. वह भारत में महिला क्रिकेट की पहचान हैं, वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली महिला हैं. बतौर कप्तान भी सबसे ज्यादा जीत उनके नाम ही हैं. ऐसे में मिताली राज का रिटायरमेंट लेना महिला क्रिकेट वर्ल्ड में एक बड़ी घटना है. उन्होंने एक बयान जारी कर फैंस को अपने इस फैसले की जानकारी दी.
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मिताली ने लिखा, इतने सालों से आपके प्यार और सपोर्ट के लिए धन्यवाद. मैं अपनी दूसरी पारी के लिए आपके आशीर्वाद और सपोर्ट चाहूंगी. हर सफर की तरह, मेरे क्रिकेट करियर का भी एक मोड़ पर आकर अंत होना था. आज वो दिन है, जब मैं इंटरनेशनल क्रिकेट के हर फॉर्मेट से संन्यास ले रही हूं
उन्होंने लिखा, मैं मन में हमेशा भारतीय टीम को जिताने का इरादा लेकर मैदान में उतरी और उसके पूरी कोशिश भी की. भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करने का मौका मिला, उसे मैं हमेशा याद रखूंगी. मुझे लगता है कि अब मेरे लिए बल्ला टांगने का सही समय आ गया है. कई युवा खिलाड़ी हैं, जो टीम की बागडोर संभालने के लिए तैयार हैं. भारतीय क्रिकेट का भविष्य सुनहरा है.
बताते चलें, मिताली राज ने साल 2019 में टी-20 इंटरनेशनल से संन्यास लिया था. उन्होंने ने 89 टी-20 इंटरनेशनल मैचों में कुल 2 हजार 364 रन बनाए, जो इस फॉर्मेट में किसी भी भारतीय द्वारा सबसे ज्यादा है.
साल 1999 में 16 साल की उम्र में भारत के लिए खेलना शुरू करने वाली मिताली खेल की सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में से एक हैं. उन्होंने 12 टेस्ट, 232 एकदिवसीय और 89 टी20I में भारत का प्रतिनिधित्व किया और वह कप्तान भी थीं, जिसने टीम इंडिया को दो विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया. एकदिवसीय मैचों में वह दुनिया में सबसे अधिक रन बनाने वाली खिलाड़ी हैं. उन्होंने सात शतक और 64 अर्द्धशतक के दम पर 7 हजार 805 रनों के साथ करियर समाप्त किया.