चारधाम यात्रा 2022 में मुख्यतः केदारनाथ व बदरीनाथ धाम में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना पुलिस के लिए लगातार बड़ी चुनौती बना हुआ है. राज्य सरकार द्वारा चारों धामों में श्रद्धालुओं की सीमा तय न होने के चलते अव्यवस्थित ढंग से बेतहाशा यात्रियों की संख्या व्यावहारिक मुश्किलें बढ़ा रही है. ऐसे में यात्रा के आपदा प्रभावित इलाकों में हादसों की आशंका को देखते हुए खासकर केदारनाथ धाम में बिना पंजीकरण के जाने वाले यात्रियों को अब रोका जा सकता है.
चारधामों में से बाबा केदार के धाम केदारनाथ में सबसे ज्यादा श्रद्धालु उमड़ रहे हैं. सोमवार को केदारनाथ में 18,183 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए. इनमें पुरुषों की संख्या 12,671 थी. 5,379 महिलाओं ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए. 133 बच्चे भी सोमवार को केदारनाथ धाम पहुंचे. इसके साथ ही एक विदेशी महिला और एक विदेशी पुरुष ने भी केदारनाथ के दर्शन किए. सिर्फ चार दिन में ही 77,656 तीर्थयात्री केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं.
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने अपनी अपील को एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन कराने के उपरांत ही यात्रा पर आएं. ताकि सुरक्षित व सुगम यात्रा की व्यवस्था को बहाल रखा जा सके. अगर ऐसा नहीं होता तो बिना रजिस्ट्रेशन के श्रद्धालुओं को यात्रा पर जाने के लिए रोका जा सकता है. बता दें कि बड़ी संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ पहुंच रहे हैं. ऐसे वहां पर व्यवस्थाएं बनाने में काफी दिक्कतें पेश आ रही हैं. डीजीपी के मुताबिक बीते तीन-चार दिनों में ही केदारनाथ और बदरीनाथ में श्रद्धालुओं का हुजूम देखने को मिला है.