देहरादूनः उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में कोविड संक्रमण की तीसरी लहर तेजी से फैलने के मध्यनजर भले ही चुनाव आयोग द्वारा सख्त कोविड प्रोटोकॉल अनुपालन के नियम बनाये गए हों, लेकिन नामांकन स्थलों में कोविड नियमों के पालन को लेकर ऐसा कुछ दूर-दूर तक नजर नहीं आ रहा है. साफ शब्दों में कहें तो मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इसी की बानगी नामांकन की अंतिम तिथि से 1 दिन पहले गुरुवार को देहरादून के कलेक्टर परिसर में बने नामांकन स्थलों में नजर आई.
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गुरुवार सुबह से ही देहरादून के शहरी विधानसभा क्षेत्रों से भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, उत्तराखंड क्रांति दल, बसपा जैसे तमाम दल और निर्दलीय प्रत्याशी एक के बाद एक नामांकन दाखिल करते समय भारी संख्या में कार्यकर्ताओं की भीड़ के साथ नजर आए. अधिकांश प्रत्याशी शक्ति प्रदर्शन के रूप में कोविड प्रोटोकॉल को दरकिनार कर नामांकन करने पहुंचे. इस दौरान ड्यूटी में तैनात पुलिस और निर्वाचन आयोग की टीमें न तो सोशल डिस्टेंसिंग अनुपालन कराती दिखीं और न ही मास्क पहनने के नियम को धरातल पर सुनिश्चित कराते नजर आईं.
जबकि चुनाव आयोग का दावा इस बात का था कि तीसरी लहर के रूप में तेजी से फैलती इस महामारी में न तो विगत चुनावों की भांति नामांकन स्थल में कोई भीड़ जुटेगी और न ही कोई सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क जैसे नियम कोई तोड़ सकेगा. लेकिन ऐसा कुछ भी धरातल पर नजर नहीं आ रहा है. ईटीवी भारत के कैमरे में कैद तस्वीरें बता रही हैं कि किस तरह से कोविड प्रोटोकॉल की नियमों की धज्जियां उड़ा कर महामारी को दावत दी जा रही है.