तिलक विहार इलाके में 1984 के सिख विरोधी दंगों के पीड़ित परिवार बिना बिजली के इस भीषण गर्मी में रहने को मजबूर हैं. बिजली बिल जमा न करने पर इन घरों के मीटर बिजली कर्मचारी उखाड़ ले गए हैं. जिससे इनके घरों में बिजली नहीं आ रही है. इनका कहना है कि अरविंद केजरीवाल दंगा पीड़ित परिवारों को 400 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वादा किया था. जिसे पूरा नहीं किया जा रहा है. उनसे पूरा बिजली बिल जमा कराया जा रहा था. जिसके बाद लोगों ने बिल जमा करना बंद कर दिया. बिल जमा न होने पर घरों की बिजली काट दी गई है. ऐसे में ये परिवार बेहद परेशान हैं.
ये पीड़ित परिवार अब बिजली बिल माफी की मांग के साथ ही बिजली देने की मांग कर रहे हैं. 84 के सिख विरोधी दंगे में अपने पति, देवर और ससुर को खोने वाली बुजुर्ग महिला शीला कौर का कहना है कि इस भीषण गर्मी में बिजली काटने की वजह से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कभी घर के बाहर, कभी पार्क में तो कभी दूसरे के घर में सोना पड़ता है. उनका कहना है कि केजरीवाल सरकार ने 400 यूनिट बिजली फ्री देने का वादा किया था, लेकिन कुछ नहीं हुआ.
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इसी कॉलोनी में रहने वाली बर्फी कौर का कहना है कि उन्हें कोई राहत नहीं मिल रही है. उनके घर का मीटर बीएसईएस वाले उखाड़ कर ले गए हैं. अब उन्हें इस गर्मी में जैसे-तैसे गुजारा करना पड़ रहा है. हैरानी की बात यह है कि बिजली-पानी की राजनीति करके सत्ता में आई आम आदमी पार्टी ने 84 दंगा पीड़ित के परिवारों के लिए दिल्ली के बाकी लोगों से 200 यूनिट अधिक यानी 400 यूनिट बिजली फ्री देने की घोषणा की थी, लेकिन यहां के लोगों को छूट नहीं मिल रही है. फिलहाल ये लोग सरकार से वादे पूरे करने और बिजली देने की मांग कर रहे हैं.