उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी दूसरी पारी में भी जोरदार बैटिंग कर रहे हैं. कर्मचारियों और आम जनता के हित में एक के बाद एक फैसले ले रहे हैं. शुक्रवार को सरकार ने विभिन्न श्रेणियों के सफाई कर्मचारियों का मानदेय बढ़ाने का शासनदेश जारी किया है. इसका लाभ प्रदेश के सभी 6 हजार पर्यावरण मित्रों को मिलेगा. सरकार के इस फैसले से स्वच्छता के सिपाहियों को हिंदू नवसंवत्सर का तोहफा मिला है.
मुख्यमंत्री धामी ने चुनाव से पहले सफाई कर्मचारियों और पर्यावरण मित्रों का मानदेय बढ़ाने का वादा किया था. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत तैनात सभी सफाई कर्मचारियों जिन्हें पर्यावरण मित्र की भी संज्ञा दी गयी है, उनका मानदेय बढ़ाकर 500 रुपया प्रतिदिन कर दिया है. मानदेय बढ़ोत्तरी के प्रस्ताव को मुख्यमंत्री ने मंजूरी दे दी है. इसका लाभ प्रदेश के लगभग 6000 पर्यावरण मित्रों को मिलेगा. इसके लिए सरकार को 4038.12 लाख का अतिरिक्त वार्षिक व्ययभार उठाना पड़ेगा.
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मुख्यमंत्री के इस फैसले से पर्यावरण मित्रों और उनके परिजनों में खुशी की लहर है. 5 जनवरी 2022 को सफाई कर्मचारी आयोग के पूर्व अध्यक्ष भगवत प्रसाद मकवाना ने उत्तराखंड स्वच्छकार कर्मचारी संघ के प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सीएम आवास में मुलाकात की थी.
इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को सफाई कर्मचारियों की तमाम समस्याओं से अवगत करवाया था. उस समय मुख्यमंत्री धामी ने पर्यावरण मित्रों का मानदेय 500 रुपया प्रतिदिन करने की घोषणा की थी. अब जबकि भाजपा की सरकार दोबारा सत्ता में आई है तो मुख्यमंत्री धामी ने अपनी इस घोषणा के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
बता दें कि शहरी विकास विभाग के अन्तर्गत प्रदेश में कुल 6,051 पर्यावरण मित्र (संविदा व दैनिक सफाई कर्मचारी 975, मोहल्ला स्वच्छता समिति सफाई कमचारी 2854 और आउट सोर्सिंग सफाई कर्मचारी 2222) तैनात हैं. इनमें से संविदा व दैनिक सफाई कर्मचारी को अब तक 350 रुपया, मोहल्ला स्वच्छता समिति सफाई कमचारियों को 275 रुपया और आउट सोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को 350 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से मानदेय मिलता था. मुख्यमंत्री धामी ने इन सभी के मानदेय में एकरूपता लाते हुए सभी का मानदेय 500 रुपया प्रतिदिन कर दिया है.