चुनाव में लगातार आपत्तिजनक भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होते रहता है लेकिन अब उत्तराखंड पुलिस ने इन पर कार्रवाई तेज कर दी है विधानसभा चुनाव के दौरान सोशल मीडिया पर नफरत फैलाने वाली पोस्ट और अकाउंट पर पुलिस ने कार्रवाई की है। सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक, भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट डालने वाले करीब 19 से अधिक अकाउंट को बंद कराया गया है। इसके अलावा 250 से ज्यादा पोस्ट को पुलिस ने डिलीट भी कराया है।
इस बार विधानसभा चुनाव में सोशल मीडिया पर ही प्रचार का फोसक है। हर दल की आईटी टीम बनी हुई है और समर्थक अपने दल को लेकर पोस्ट साझा कर रहे हैं। नए आईटी नियमों के तहत सोशल मीडिया प्लेटफार्म उपलब्ध कराने वाली कंपनी की जिम्मेदारी है कि वह इस तरह की पोस्ट को खुद हटाएं या कार्रवाई करें। डीजीपी अशोक कुमार की ओर से सोशल मीडिया पर पेट्रोलिंग के लिए टीम का गठन किया हुआ है। चुनाव को लेकर सोशल मीडिया पर भी पुलिस नजर बनाए हुए है। ऐसा इसलिए है ताकि कोई आपत्तिजनक पोस्ट को लेकर विवाद न होने पाए। इसके चलते कई फेसबुक अकाउंटों को बंद भी कराया गया है। यह अकाउंट सोशल मीडिया से भ्रामक और भड़काऊ पोस्ट भी डाल रहे थे।
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इस तरह से जनता को भड़काने, वोटों का ध्रुवीकरण करने, भावनाओं को आहत करने और चुनाव की दिशा बदलने की साजिश की जा रही थी। अभी तक इस तरह के 19 अकाउंट को सोशल मीडिया प्लेटफार्म से डिलीट कराया है। वहीं 250 से ज्यादा पोस्ट को हटवाया गया है।
अकाउंट बंद करने के लिए पुलिस के साइबर सेल को अकाउंट के खिलाफ सबूत एकट्ठा करने के बाद फेसबुक को मेल करनी पड़ती है। कई बार फेसबुक पुलिस की ओर से मेल भेजने के बावजूद भी अकाउंट को बंद नहीं करती है। खुफिया विभाग इन पोस्टों को डिलीट कराने में महत्वपूर्ण रूल निभा रही है।