दिल्ली: सपा सांसद जया बच्चन एक बार फिर अपने नाम के साथ पति अमिताभ बच्चन का नाम जोड़े जाने पर आपत्ति जताई। इस विषय पर वह सभापति जगदीप धनखड़ से भी उलझ गई। हालांकि उन्होंने राज्यसभा के सभापति से कहा कि मुझे अपने नाम, पति के नाम और उनकी उपलब्धियों पर गर्व महसूस होता है। यह आप सभी द्वारा शुरू किया गया एक नया नाटक है। ऐसा पहले नहीं होता था। इसके बाद सभापति ने उन्हें नाम बदलवाने की सलाह दे दी।
मनोहर लाल खट्टर ने क्या कहा
इसके जवाब में उपराष्ट्रपति ने बताया कि चुनाव प्रमाण पत्र पर जो नाम लिखा है, उसे बदलने का प्रावधान है। हालांकि, चुनाव प्रमाण पत्र में जो नाम लिखा है, वही इस्तेमाल होता है और आप नाम बदलवा सकती हैं, इसके लिए प्रावधान है। इस बीच सपा सांसद ने यह भी सवाल उठाया कि केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपने नाम के बाद अपनी पत्नी का नाम क्यों नहीं जोड़ा। उन्हें जोड़ना चाहिए। इस पर खट्टर ने उपहास लहजे में कहा कि जहां तक मेरी पत्नी के नाम की बात है, इस जन्म में तो संभव नहीं है। इसके लिए अगले जन्म तक इंतजार करना होगा।
राज्यसभा में सभापति से भिड़ीं जया बच्चन–
बता दें कि नाम को लेकर यह विवाद प्रश्नकाल में हुआ था। उनकी आपत्ति पर सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि बदल लीजिए, बदलवा दूंगा। उन्होंने बताया कि सदन में उसी नाम से बुलाया जाता है, जो उनके इलेक्शन सर्टिफिकेट में शामिल है। इसमें बदलाव की प्रक्रिया है। इसका फायदा उन्होंने उठाया है। इसके बाद उन्होंने जया बच्चन को सप्लिमेंट्री सवाल पूछने को कहा और आवास व शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर को जवाब देने को कहा। तब जया बच्चन ने कहा कि इनके नाम के आगे भी इनकी पत्नी का नाम भी लगा दें। जया बच्चन के बार-बार आपत्ति जताने पर सभापति ने बताया कि उन्होंने भी कई बार खुद का परिचय डॉ.सुदेश पति के तौर पर दिया है। इसके बाद जवाब देते हुए मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि वह सुझाव दे रही हैं कि मुझे अपने नाम के साथ अपनी पत्नी का नाम भी जोड़ लेना चाहिए। समस्या यह है कि अगर मैं ऐसा करना भी चाहूं तो मुझे इसके लिए अगले जन्म का इंतज़ार करना पड़ेगा। इस पर सभापति ने चुटकी ली कि यहां आश्वासन कमेटी बैठी है। आपने आश्वासन दिया है, अगले जन्म में भी आपने खुद को संसदीय परंपरा में डाल दिया है।
अमिताभ बच्चन पर पूरे देश को गर्व–
इस मामले के बाद सभापति ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि, अमिताभ बच्चन पर पूरे देश को गर्व है। फिर जया को केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से अपना प्रश्न पूछने को कहा। जया बच्चन खड़ी हुईं और मनोहर खट्टर की ओर इशारा करते हुए बोलीं कि – इनके नाम के आगे इनकी पत्नी का भी नाम लगा दीजिए, या इसके बाद सर, मैं इसके खिलाफ नहीं हूं, लेकिन यह गलत है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जया बच्चन ने केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से अपना प्रश्न पूछा। उसका जवाब देने के लिए जब खट्टर खड़े हुए तो व्यंग्य करते हुए बोले मुझे इस काम के लिए (अपने नाम के साथ पत्नी का नाम जोड़ना) अगले जन्म का इंतजार करना पड़ेगा, उससे पहले तो संभव है नहीं। इस पर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। जया बच्चन भी हंसती हुई नजर आईं। बता दें, कि खट्टर अविवाहित हैं।
जया बच्चन बोल देते तो वह काफी था –जया बच्चन
बता दें कि सपा सांसद ने 29 जुलाई को सदन की कार्यवाही के दौरान उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह द्वारा जया अमिताभ बच्चन के नाम से संबोधित किए जाने पर उन्हें आपत्ति थी। उपसभापति ने उनके लिए ‘जया अमिताभ बच्चन’ नाम से संबोधन किया था। इस पर जया का कहना था कि यदि सिर्फ जया बच्चन बोल देते तो वह काफी था।