वन विभाग की एक टीम ने सात आरोपियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया, जो विभिन्न वन क्षेत्रों में संरक्षित वन क्षेत्रों में आग लगाए थे। इनमें से एर नेपाली मूल का कर्मचारी है। लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज में गिरफ्तार किए गए आरोपी को जेल भेजा गया है, जबकि अन्य आरोपियों के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
भूमि संरक्षण वन प्रभाग लैंसडौन के वनकर्मियों ने एक नेपाली कामगार को जंगल में आग लगाते हुए गिरफ्तार कर लिया है और उसे पुलिस के हवाले कर दिया है। आरोपी के खिलाफ उसके तीन अन्य साथियों ने भी बयान दिए हैं। रविवार को वनकर्मी ने कुल्हाड़ के नापखेतों में लगी आग बुझाई, भूमि संरक्षण वन प्रभाग लैंसडौन के जयहरीखाल रेंज अधिकारी बीडी जोशी ने बताया।
इस दौरान एक व्यक्ति कुल्हाड़ मोड़ के समीप सड़क किनारे जंगल में आग लगा रहा था। वनकर्मियों ने उसे आग लगाते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया। उसके हाथ में गैस लाइटर भी था। जबकि घटनास्थल से कुछ दूरी पर ही उसके तीन अन्य साथी पाइपलाइन बिछाने का कार्य कर रहे थे।
वनकर्मी चारों को पकड़कर रेंज कार्यालय लैंसडौन लाए। जहां तीनों गवाह राजेंद्र, सतीश कुमार और रंजीत सिंह ने नेपाली मजदूर टेकराम द्वारा जंगल में आग लगाए जाने की बात स्वीकार की। उन्होंने बताया कि चारो को पुलिस के हवाले कर दिया गया है।