Friday, July 18, 2025

Uttarakhand News: पंचायतों में आरक्षण पर आई तीन हजार से अधिक आपत्तियां, जिलाधिकारी आज से करेंगे निपटारा

Must read

हरिद्वार को छोड़कर अन्य 12 जिलों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने हैं। इसके लिए आरक्षण प्रस्तावों के अनंतिम प्रकाशन के बाद विभाग को तीन हजार से अधिक आपत्तियां मिली हैं। आज और कल जिलाधिकारी इनका निपटारा करेंगे। इसके बाद 18 जून को आरक्षण प्रस्तावों का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा।

आरक्षण प्रस्तावों पर आपत्ति दर्ज कराने वाले का कहना है कि पिछली बार भी उनकी ग्राम पंचायत महिला के लिए आरक्षित थी। जबकि इस बार भी इसे महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है। वहीं, कुछ का कहना है कि एससी-एसटी के लिए ग्राम, क्षेत्र और जिला पंचायत को आरक्षित न कर इसे सामान्य किया जाए तो कुछ ने इसे एससी, एसटी और ओबीसी के लिए आरक्षित करने के लिए कहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शासनादेश के मुताबिक पंचायतों को आरक्षित किया गया है।

इन जिलों से मिलीं इतनी आपत्तियां

पंचायतों में सबसे अधिक ऊधमसिंह नगर जिले में करीब 800 से अधिक आपत्तियां मिली हैं। जबकि देहरादून में 302, अल्मोड़ा में 294, पिथौरागढ़ में 277, चंपावत में 337, पौड़ी में 354, चमोली में 213, रुद्रप्रयाग में 90, उत्तरकाशी में 383 और टिहरी जिले में करीब 297 आपत्तियां आई हैं।

Previous article
कोहरा काल बनकर आया और हेलिकॉप्टर के गिरते ही कुछ समय में साफ हो गया, तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। हमसे बस बीस मीटर की दूरी पर हेलिकॉप्टर गिरा, जो आग से धू-धूकर जल रहा था। हमने घटना के बारे में ठेकेदार को बताया तो उसने अन्य को बताया होगा। यह शब्द अपनी आंखों से हेलिकॉप्टर को क्रैश होता देख चुकीं नेपाली मूल की शर्मिला और उसकी बहन संजू के हैं। गौरीकुंड में रहने वालीं दोनों महिलाएं अन्य स्थानीय महिलाओं के साथ रविवार को सुबह 4 बजे गौरी माई खर्क के लिए निकल गईं थी। वह केदारनाथ यात्रा में संचालित घोड़ा-खच्चरों के लिए घास काटने का काम करती हैं। शर्मिला ने बताया कि वह 5 बजे तक गौरी माई खर्क पहुंच गईं थीं, तब आसमान में बादल छाये हुए थे, पर कोहरा नहीं था। दूर-दूर तक साफ नजर आ रहा था। कुछ ही देर में एक हेलिकॉप्टर जैसे ही उस क्षेत्र में उड़ान भरता हुआ पहुंचा, अचानक घना कोहरा छा गया। कोहरे की वजह से हेलिकॉप्टर थोड़ा मुड़ा और पीछे की तरफ गया और फिर थोड़ा नीचे आकर आगे बढ़ने लगा, जिससे वह एक ऊंचे पेड़ पर टकराकर सीधे जमीन पर गिर गया। हेलिकॉप्टर के नीचे गिरते ही उसमें आग लग गई। आग की लपटें इतनी भयावह थीं कि वह धू-धूकर जलने लगा।
Next article
- Advertisement -spot_img

More articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest article