आईपीएल 2025 में सोमवार को राजस्थान रॉयल्स के 14 साल के वैभव सूर्यवंशी ने पूरी दुनिया को अपना कायल बना दिया। बिहार के इस खिलाड़ी ने 35 गेंद पर शतक लगाकर कई रिकॉर्ड ध्वस्त किए। उन्होंने 38 गेंदों में 11 छक्कों और सात चौकों की मदद से 101 रन की पारी खेलकर टी20 क्रिकेट में अब तक के सबसे कम उम्र के शतकवीर बनकर आईपीएल में धूम मचा दी। अब पूरा क्रिकेट जगत उनके साहसी स्ट्रोकप्ले का कायल हो गया है। हालांकि, वैभव का कहना है कि पहली गेंद पर छक्का लगाना उनके लिए आम बात है। वैभव ने कहा कि गंभीर परिस्थितियों का उन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ता है।
वैभव का यह आईपीएल में केवल तीसरा मैच था। उन्होंने लखनऊ सुपरजाएंट्स के खिलाफ आईपीएल में अपने पहले मैच में 20 गेंद पर 34 रन बनाए थे और अपनी इस पारी के दौरान उन्होंने पहली गेंद पर छक्का लगाया था। वैभव ने यह छक्का शार्दुल ठाकुर की गेंद पर लगाया था। वहीं, शतक पूरा करने के लिए वैभव ने अफगानिस्तान के दिग्गज स्पिनर राशिद खान की गेंद पर छक्का लगाया। गुजरात टाइटंस के खिलाफ अपनी टीम को जीत दिलाने के बाद वैभव ने आईपीएल टी20 वेबसाइट से बात करते हुए कहा, ‘यह मेरे लिए सामान्य बात थी। मैं भारत के लिए अंडर-19 और घरेलू स्तर पर भी खेला हूं। वहां भी मैंने पहली गेंद पर छक्के लगाए हैं। मुझ पर पहली 10 गेंदों को खेलने का दबाव नहीं था। मेरे दिमाग में स्पष्ट था कि अगर गेंद मेरी जद में आएगी, तो मैं उसे मारूंगा।’
वैभव ने कहा, ‘ऐसा नहीं था कि मैं सोच रहा था कि यह मेरा पहला मैच है। हां एक अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज मेरे सामने था और मंच बड़ा था, लेकिन मैंने केवल अपने खेल पर ध्यान केंद्रित किया।’ बिहार के समस्तीपुर के इस युवा खिलाड़ी का जन्म आईपीएल शुरू होने के ठीक तीन साल बाद हुआ था। सूर्यवंशी ने इस मुकाम तक पहुंचने में अहम भूमिका निभाने वाले अपने पिता संजीव और मां आरती का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा, ‘मैं आज जो कुछ भी हूं अपने माता-पिता की वजह से हूं। मेरे इस स्तर तक पहुंचने में उनका बहुत योगदान है। मेरी मां मेरे अभ्यास सत्र की वजह से रात 11 बजे सो पाती हैं और सुबह तीन बजे उठ जाती हैं। इस तरह से वह मुश्किल से तीन घंटे सो पाती हैं।’
वैभव ने कहा, ‘मेरे पिता ने मेरे लिए अपना काम छोड़ दिया। मेरा बड़ा भाई काम संभाल रहा है और घर बड़ी मुश्किल से चल रहा है, लेकिन पापा मेरा समर्थन कर रहे हैं। भगवान यह सुनिश्चित करते हैं कि जो लोग कड़ी मेहनत करते हैं वे कभी असफल न हों। जो परिणाम हम देख रहे हैं और जो सफलता मैं हासिल कर रहा हूं वह मेरे माता-पिता के कारण है।’ 14 साल के वैभव सुर्खियों में आने के बावजूद अपने खेल पर ध्यान केंद्रित रखना चाहते हैं और उनका लक्ष्य लंबे समय तक भारत की तरफ से खेलना है। उन्होंने कहा, ‘मैं भारत की तरफ से खेलना चाहता हूं और इसके लिए मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी। मैं उस स्तर तक पहुंचने तक कड़ी मेहनत करना बंद नहीं कर सकता। मैं देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करूंगा।’