सिकरौढ़ा गांव में गोकशी की खबर पर छापा मारने गई गोवंश संरक्षण स्क्वायड और पुलिस टीम को भीड़ ने घेर लिया और बंधक बना लिया। पथराव में एक पत्थर दारोगा प्रदीप की छाती में लगा, जिससे वह गिर गए। पुलिस ने दो महिलाओं को गिरफ्तार किया है और 26 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। बाकी आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
भगवानपुर थाना क्षेत्र के सिकरौढ़ा गांव में बड़े पैमाने पर गोकशी की सूचना पर गोवंश संरक्षण स्क्वायड और पुलिस टीम छापा मारने पहुंची। एक मकान में गोमांस और खून बिखरा पड़ा मिला। पुलिस को देखकर दो आरोपी भाग गए, जबकि नसरीम और जैनब नाम की दो महिलाएं कुल्हाड़ी और छुरा छिपाने लगीं। पुलिस ने दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि इरशाद, नौशाद, मुकीम और दिलशाद गोमांस लाए थे। जब टीम महिलाओं को ले जाने लगी, तो 30-40 लोगों की भीड़ ने उन्हें घेर लिया और आरोपियों को छुड़ाने का प्रयास किया। इस दौरान पथराव में एक पत्थर दारोगा प्रदीप की छाती में लगा, जिससे वह गिर गए। कांस्टेबल राहुल ने भगवानपुर के प्रभारी निरीक्षक को स्थिति की जानकारी दी। कुछ देर बाद अतिरिक्त पुलिस बल पहुंचा और उपद्रवी भाग गए।
कोतवाली प्रभारी निरीक्षक सूर्य भूषण नेगी ने बताया कि गोकशी के मामले में नसरीन पत्नी नौशाद और उसकी बेटी जैनब को मौके से गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपित भाग गए। आरोपितों में नौशाद के अलावा तौफीक, अतीक, फैजान, मुर्तजा, हसीन, इसरान, रिहान, अनीस, असलम, शराफत उर्फ अल्लू, अनवर, शमीम, सावन उर्फ हल्वा, सुभान, इस्लाम, रियासत, सलमान, गुड्डू, अजीम, खुसनसीब, रेशमा, शहजादी, शमा, शाहीन, मोहसीना और रिजवाना शामिल हैं। इन सभी के विरुद्ध सरकारी कार्य में बाधा डालने समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।