पटेल नगर क्षेत्र में हुए ट्रिपल मर्डर केस का खुलासा करते हुए एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आईएसबीटी से महिला का प्रेमी तीनों को बाइक से फैक्टरी लेकर आया, जहां उसने पहले महिला की गला दबाकर हत्या की महिला के प्रेमी ने उससे शादी करने के लिए दबाव डाला और उसकी दो बेटियों की गला दबाकर उनकी हत्या कर दी। आरोपी ने तीनों के शवों को फैक्टरी के पीछे कूड़े के ढेर में छिपा दिया। पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
पटेलनगर के बड़ोवाला में हुए ट्रिपल मर्डर के मामले में पुलिस ने खुलासा कर दिया है। महिला के प्रेमी ने उसे और उसकी दो बेटियों की गला दबाकर हत्या कर दी, जिसे उन्होंने पीछा छुड़ाने का बहाना बनाया। आरोपी और महिला के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था और उसने शादी और दून में रहने के लिए दबाव डाला था। पांच दिन पहले जब महिला अपनी दोनों बेटियों के साथ दून गई, तो आरोपी ने तीनों की गला दबाकर हत्या कर दी और उनके शवों को फैक्टरी के पीछे कूड़े के ढेर में छिपा दिया। पुलिस ने आरोपी प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है।
पटेलनगर के बड़ोवाला में पेट्रोल पंप के बाहर सूखे नाले में मंगलवार को एक किशोरी और एक आठ माह की बच्ची के शव मिले थे। अगले दिन पुलिस ने घटनास्थल पर जांच की और वहां कूड़े से ढका एक महिला का और एक शव भी पाया। शव मिलने वाली जगह के पास ही एक सोफा बनाने वाली फैक्टरी और उसका गोदाम है। पुलिस ने आसपास के लोगों से जानकारी जुटाई, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इस बीच फैक्टरी में काम करने वाले कुछ युवकों से भी पूछताछ की गई।
महिला, किशोरी और बच्ची की लापता होने की कोई रिपोर्ट देहरादून, सहारनपुर, हरिद्वार में नहीं थी। लेकिन इस दौरान पुलिस को बिजनौर से इनपुट मिला। जानकारी मिली कि बिजनौर में एक महिला और उसकी दो बेटियों की लापता होने की रिपोर्ट दर्ज है। पुलिस ने एक टीम बिजनौर भेजी। शवों की पहचान होने के बाद पुलिस ने आईएसबीटी और आसपास के सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जिससे ट्रिपल मर्डर का मामला सुलझाने में मदद मिली। शक होने पर पुलिस ने फैक्टरी में काम करने वाले कर्मचारियों की सूची खंगाली। पुलिस ने 11 कर्मचारियों में से एक फरीदपुर थाना निवासी हसीन को हिरासत में लिया। उससे जांच की गई और आरोपी हसीन ने तीनों की हत्या करने का आरोप स्वीकार कर लिया।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि आरोपी हसीन शादीशुदा था। मृतका रेशमा के साथ पिछले दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। रेशमा उससे लगातार शादी के दबाव में रही थी और उससे दून में साथ रहने की मांग कर रही थी। वह लगातार पैसों की मांग करती थी, जिससे हसीन परेशान होकर महिला को पीछा छुड़ाने का प्रयास करता रहा। हसीन ने उसे दून में कमरा ढूंढने की बात कही और उसे लगातार टालता रहा। 23 जून की शाम को रेशमा अपनी बेटी आयत (15) और आयशा (8 माह) के साथ दून आ गईं। इसके बाद हसीन ने महिला को लेने के लिए योजना बनाई और आईएसबीटी से बाइक पर तीनों को लेकर टिम्बर ली फर्नीचर फैक्टरी पहुंच गया। रात में हसीन ने महिला को गला दबाकर हत्या कर दी, फिर किशोरी और बच्ची को भी मार डाला। इसके बाद हसीन ने तीनों के शवों को टिम्बर ली फैक्टरी के पीछे कूड़े के ढेर के नीचे दबा दिया।
आरोपी ने महिला सहित तीनों मृतकों के कपड़े नीले थैले में डालकर फेंक दिए थे। महिला का बैग भी कूड़े के ढेर से थोड़ी दूरी पर फेंक दिया गया था। उसने उनका मोबाइल अपने पास रख लिया था। आरोपी ने मृतकों के शवों को फोम के गद्दों में लपेटकर रखा था, जिसके कारण उनके शव काफी फूल गए थे।