22 जुलाई से शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार कर लिया गया है। यात्रा में कोई बाधा न आए, इसलिए सावन की शुरुआत होते ही दिल्ली-देहरादून हाईवे समेत सभी प्रमुख कांवड़ मार्गों पर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। गुरुवार को यूपी और उत्तराखंड के अधिकारियों ने पूरे ट्रैफिक प्लान पर विस्तृत चर्चा की और इसे फाइनल कर दिया। जल्द ही यह प्लान चार राज्यों की संयुक्त बैठक में रखा जाएगा, जिसमें यूपी के प्रमुख सचिव और पुलिस महानिदेशक भी शामिल होंगे।
22 जुलाई की रात 12 बजे से कावड़ यात्रा के कारण गाजियाबाद से मेरठ और मुजफ्फरनगर तक नेशनल हाईवे 58 पर भारी वाहनों का प्रवेश निषेधित होगा। एक्सप्रेसवे पर भी भारी वाहनों को रोका गया है। इसी तरह, गंग नहर पटरी मार्ग पर भी कोई भारी वाहन नहीं चलेगा।
27 जुलाई से हाईवे को वनवे किया जाएगा, जिसमें एक ओर शिव भक्तों को चलने दिया जाएगा और दूसरी ओर हल्के वाहनों की अनुमति होगी। 29 जुलाई की रात 12:00 बजे से सभी वाहनों को हाईवे पर प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। यह निर्णय कावड़ यात्रा के कारण चार राज्यों के पुलिस अधिकारियों की बैठक में लिया गया।
एडीजी जोन डीके ठाकुर ने 12 जिलों के ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों और हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड के ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। सीएनजी और पेट्रोल पंपों में 5 दिन का स्टॉक रखने का निर्देश दिया गया है। कावड़ यात्रा की तैयारी की समीक्षा के लिए 6 जुलाई को प्रमुख सचिव गृह और DGP मेरठ में बैठक करेंगे और कांवड़ मार्ग का निरीक्षण करेंगे।
सावन माह की त्रयोदशी तिथि के दिन भगवान शिव को जल चढ़ाया जाता है, जिसे सावन शिवरात्रि भी कहा जाता है। यह मान्यता है कि इस माह में कांवड़ लाने और शिवलिंग पर जलाभिषेक करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। सावन माह में हर साल लाखों कांवड़िए गंगा नदी से जल लेकर शिवलिंग पर जलाभिषेक करते हैं। इस साल, 2024 में कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू हो रही है, और सावन शिवरात्रि की तारीख 8 अगस्त है।