पिथौरागढ़। जिले के सीमांत गांव गुंजी में शिव धाम बनेगा। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की अध्यक्षता में हुई नागरिक सेना संपर्क कांफ्रेंस की बैठक में इस प्रस्ताव पर चर्चा हुई। पर्यटन विभाग शिव धाम का निर्माण कराएगा, इसमें सेना भी सहयोग करेगी।
बुधवार को राज्य सचिवालय में आयोजित बैठक में राज्य एवं सेना के मध्य विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। सेना की ओर से सरहद में चल रहे रोड कनेक्टिविटी व अन्य अवस्थापना कार्यों के लिए भूमि अधिग्रहण के लंबित मसलों पर स्वीकृति की मांग की गई। मुख्य सचिव ने प्रमुख सचिव वन आरके सुधांशु को इस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक में वाइब्रेंट विलेज योजना के प्रभावी क्रियान्वयन पर भी विचार-विमर्श हुआ। मुख्य सचिव ने कहा कि वाइब्रेंट विलेज और विकसित भारत मिशन के कार्यों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार और सेना के प्रभावी समन्वय पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। इस दिशा में राज्य एवं सेना को समन्वित प्रयास करने होंगे। बैठक में प्रमुख सचिव रमेश कुमार सुधांशु, सचिव सचिन कुर्वे, सब एरिया कमांडर तथा जिलाधिकारी पिथौरागढ़, नैनीताल, पौड़ी व चंपावत वर्चुअल माध्यम से मौजूद रहे।
क्या है गुंजी गांव का सांस्कृतिक इतिहास ?
गुंजी गांव कैलाश मानसरोवर यात्रा का अहम पड़ाव है। चीन और नेपाल बॉर्डर पर स्थित गुंजी दुनिया के सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक है। कैलाश मानसरोवर यात्रा का अहम रूट होने के साथ ही इस इलाके में आदि कैलाश और ऊं पर्वत भी मौजूद है। साल भर यहां गगनचुंबी चोटियां बर्फ से लकदक रहती है। शीतकाल में 6 महीने तक यह इलाका बर्फ से ढका रहता है। साहसिक खेलों के लिए यहां कई बेहतरीन ट्रैक रूट भी मौजूद हैं, बस जरूरत है तो बॉर्डर से लगे इन इलाकों तक सुगम यातायात की, जिससे सभी लोग प्रकृति के इस नायाब तोहफे को निहार सके।