उत्तराखंड।मौसम विभाग की तरफ से उत्तराखंड में तेज गरज और चमक के साथ बारिश होने की उम्मीद जताई गई है। इसके साथ उत्तराखंड में आने वाले श्रद्धालुओं और यात्रियों से अपील की गई है कि वो कुछ समय के लिए चारधाम की यात्रा को ना करें। मौसम विभाग की तरफ से श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उन्हें जानकारी दी गई है कि प्रदेश में भारी बारिश के कारण राज्य में येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस कारणों के वजह से राज्य में अलग-अलग स्थानों में भूस्खलन की स्थिति पैदा हो गयी है। जिससे कई क्षेत्रों में वाहनों के आवाजाही को भी रोक दिया गया है। ऐसे में चारधाम की यात्रा के लिए जाने वाले लोगों को मौसम की भी मार झेलनी पड़ सकती है।
इन शहरों में जारी रहेगा बारिश का प्रकोप
IMD ने मूसलाधार बरसात के कारण श्रद्धालुओं को भूस्खलन जैसे प्रभावित क्षेत्रों में अतिरिक्त सतर्कता बरतने की भी सलाह दी है, क्योंकि देहरादून, उधम सिंह नगर, चंपावत, नैनीताल, हरिद्वार, केदारनाथ इन स्थानों पर गरज और चमक के साथ भारी बारिश की संभावना है साथ ही कई जगहों में तूफान और बिजली चमकने की भी आशंका जताई गई है।
भूस्खलन के कारण कई रास्ते हुऐ प्रभावित
राज्य में तेज बरसात और भूस्खलन के कारण 70 से ज्यादा सड़को को बंद कर दिया गया है। भारी बारिश से मंगलवार और बुधवार को 200 से ज्यादा रास्ते प्रभावित हुए थे, जिसके कारण गाड़ियों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी। इनमें से कई रास्तों को गुरुवार को खोल दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी बुधवार को अचानक भूस्खलन होने की तस्वीरें सामने आई थी। ये भूस्खलन पातालगंगा लंगसी टनल के पास हुआ था। बता दें, भूस्खलन होने के कारण किसी तरह का कोई भी बड़ा हादसा सामने नही आया है। फिर भी सतर्कता अपनाते हुए मौसम विभाग ने बारिश के येलो अलर्ट के कारण श्रद्धालुओं को चार धाम यात्रा को कुछ समय के लिए टालने की अपील की है।
किसी भी तरह के बड़े हादसे को होने से रोकने के लिए इस तरह के एहतियात बरते जा रहे हैं। जिससे भक्तों को दर्शन करने में थोड़ी देरी जरूर हो सकती है लेकिन ऐसा करने से वे सुरक्षित जरूर रहेंगे। इसलिए मौसम विभाग की तरफ से श्रद्धालुओं और यात्रियों से अपील की गई है कि कुछ समय तक दर्शन के लिए ना आये।