Thursday, September 19, 2024

24.1 C
Delhi
Thursday, September 19, 2024

Homeप्रदेशउत्तराखंड उच्च शिक्षा मंत्री का फरमान, छात्रसंघ चुनाव में छात्राओं को 50%...

उत्तराखंड उच्च शिक्षा मंत्री का फरमान, छात्रसंघ चुनाव में छात्राओं को 50% प्रतिनिधित्व, होगा संविधान में बदलाव

देहरादून। राज्य विश्वविद्यालय और महाविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में छात्राओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व मिलेगा। उच्च शिक्षा मंत्री डाॅ.धन सिंह रावत ने इस सम्बन्ध में कहा कि इसके लिए छात्रसंघ संविधान में बदलाव किया जाएगा। कुलपतियों को इसमें संशोधन के निर्देश दिए गए हैं जबकि छात्र संघ के दो पदों पर मेधावी छात्र-छात्राओं को नामित किया जाएगा।

आगे उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा, राज्य विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में लगभग 65 प्रतिशत से अधिक बालिकाएं हैं। छात्र-संघ चुनाव में छात्राओं को प्रतिनिधित्व दिए जाने के लिए यह कदम उठाया गया है। छात्र संघ पदाधिकारियों के कुल पदों में से तीन पद एक साल की बालिकाओं के लिए आरक्षित रहेंगे जबकि तीन पद अगले साल आरक्षित रहेंगे।

उच्च शिक्षा मंत्री ने ये भी कहा, छात्रसंघ सिर्फ राजनीति के लिए नहीं बल्कि शैक्षणिक माहौल तैयार करने का भी काम करे। इसके लिए परिसरों के मेधावी छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। विभागीय मंत्री ने बताया कि प्रदेश के उच्च शिक्षण संस्थानों में 65.8 फीसदी छात्राएं और 34.2 फीसदी छात्र हैं।

क्या कहते है आंकड़े ?

इनमें कुल 1,52 ,387 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। जिसमें छात्राओं की संख्या 1,00,272 और छात्रों की संख्या 52,115 है। राजकीय महाविद्यालय परिसरों में कुल 97,997 विद्यार्थी हैं, जिसमें 30,130 छात्र व 67,867 छात्राएं हैं। अशासकीय महाविद्यालयों में 34,590 में 14,730 छात्र व 19,860 छात्राएं हैं। विश्वविद्यालय परिसरों में कुल 19,800 विद्यार्थी हैं। जिसमें 7,255 छात्र व 12,545 छात्राएं शामिल हैं।

विभागीय मंत्री ने बताया कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में लिंगदोह कमेटी की सिफारिशों के अनुरूप चुनाव कराए जाएंगे। विश्वविद्यालयों के छात्रसंघ संविधान में जो भी बदलाव अपेक्षित हैं, उन्हें करने के लिए संबंधित संस्थानों के कुलपतियों को निर्देश दिए गए हैं।

उच्च शिक्षा मंत्री ने ये भी बताया कि छात्र संघ चुनाव में छात्राओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिए जाने के लिए कुलपतियों को प्रस्ताव तैयार कर एक महीने के भीतर रिपोर्ट देने के लिए कहा गया है। राज्य में जल्द ही इस व्यवस्था को लागू किया जाएगा। महाविद्यालयों में छात्रों के मुकाबले छात्राएं अधिक हैं।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

error: Content is protected !!